Black Marketing Of Oxygen Flow Meter: मेरठ में अवैध फैक्ट्री में बन रहे थे आक्सीजन फ्लो मीटर, पांच गिरफ्तार
Black Marketing Of Oxygen Flow Meter मेरठ में लोहा कटर बनाने की फैक्ट्री में आक्सीजन फ्लो मीटर बनाकर इनकी कालाबाजारी की जा रही थी। बिना परीक्षण के ही अस्पतालों में कर रहे थे सप्लाई। बने-अधबने 500 फ्लो मीटर बरामद मुकदमा दर्ज।
मेरठ, जेएनएन। लिसाड़ी गेट के बुनकर नगर में लोहा कटर बनाने की फैक्ट्री में आक्सीजन फ्लो मीटर बनाकर इनकी कालाबाजारी की जा रही थी। पुलिस ने बने-अधबने 500 फ्लो मीटर बरामद कर मौके से पांच कारीगर और फैक्ट्री स्वामी को गिरफ्तार किया। अहम बात यह कि बने हुए फ्लोमीटर के परीक्षण के लिए उपकरण तक नहीं थे। यानी, बिना परीक्षण के ही इन्हें अस्पतालों में सप्लाई किया जा रहा था। ऐसे में इन से निर्धारित से कम-ज्यादा आक्सीजन की भी सप्लाई संभव है। फैक्ट्री बिना पंजीकरण संचालित थी।
गुरुवार को लिसाड़ी गेट पुलिस और सॢवलांस की टीम ने लिसाड़ी गेट के बुनकर नगर में छापा मारकर नकली फ्लो मीटर बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। मुसीर की इस फैक्ट्री को इमरान ने सात हजार रुपये किराये पर ले रखा था। फैक्ट्री में पहले लोहा काटने वाले कटर बनते थे। कोरोना काल में आक्सीजन फ्लो मीटर की मांग बढ़ी तो यहां इन्हें बनाना शुरू कर दिया।
जुबीन निवासी जाकिर कालोनी, सादान, जैद निवासीगण अहमद नगर, नदीम निवासी श्याम नगर और वसीम निवासी किदवई यहां कारीगर थे और रोजाना 200-250 फ्लो मीटर तैयार कर रहे थे।
इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल और सॢवलांस प्रभारी मनोज दीक्षित ने बताया पुलिस को नकली फ्लो मीटर बनाकर कालाबाजारी करने की जानकारी मिली थी। पांच कारीगर और फैक्ट्री स्वामी इमरान को पकड़ लिया। मौके से बने और अधबने 500 फ्लो मीटर बरामद हुए हैं।
1500 से दो हजार तक कीमत
कोरोना संक्रमण बढ़ा तो अस्पतालों में बेड नहीं थे। फ्लो मीटर की मांग बढ़ी तो तीन से साढ़े तीन हजार रुपये प्रति फ्लो मीटर बेचा गया। अब कीमत 1500 से दो हजार रुपये थी। अभी तक 50 हजार से ज्यादा फ्लो मीटर बेच चुके हैं।
हापुड़ और मुजफ्फरनगर तक हो रही थी बिक्री
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर, बुलंदशहर के स्याना, मुजफ्फरनगर के खतौली, मेरठ के किठौर, सरधना, मवाना और गाजियाबाद के मोदीनगर में अस्पतालों को फ्लो मीटर की सप्लाई की जा रही थी। शहर के कई छोटे अस्पतालों में भी सप्लाई दी गई। घरों में प्रयोग के लिए भी फ्लो मीटर चार हजार रुपये तक बेच रहे थे।
लोहा कटर बनाने की फैक्ट्री में बिना अनुमति फ्लो मीटर बनाकर इनकी कालाबाजारी भी हो रही थी। पुलिस ने बने-अधबने पांच सौ फ्लो मीटर बरामद किए हैं। उस रजिस्टर को भी कब्जे में लिया है, जिस पर अस्पतालों के आर्डर लिखे हैं। बड़ी संख्या में अस्पतालों को भी फ्लो मीटर सप्लाई दे चुके हैं। लिसाड़ीगेट थाने में मुकदमा दर्ज किया है।
- विनीत भटनागर, एसपी सिटी