निबंध, पत्र, संदेश हमेशा नए पेज पर शुरू करें
सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में 10वीं हिदी का पेपर 10 मई को है।
मेरठ, जेएनएन। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में 10वीं हिदी का पेपर 10 मई को है। छात्रों के पास इस पेपर की तैयारी के लिए करीब एक महीने का समय है। भाषा के पेपर में छात्रों को खूब रीडिग करनी पड़ती है। हिदी के साथ भी कुछ ऐसा ही है। इसलिए स्कूलों में पूरे वर्ष हिदी व अंग्रेजी में खूब रीडिग कराई जाती है। छात्रों के मार्गदर्शन के लिए हिदी का माडल पेपर प्रकाशित किया जा रहा है। इसके साथ ही केंद्रीय विद्यालय सिख लाइंस के प्रशिक्षित स्नातक हिदी हरबीर सिंह सिद्धू जरूरी टिप्स भी दे रहे हैं। नया प्रश्न नए पृष्ठ से शुरू करें
उत्तर पुस्तिका में नए प्रश्नों का उत्तर हमेशा नए पेज से ही शुरू करना चाहिए। विशेष तौर पर निबंध, पत्र, विज्ञापन एवं संदेश हमेशा नए पेज से शुरू करें और इनकी प्रश्न संख्या जरूर लिखें। बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर लिखते समय विकल्प का क्रम क, ख, ग आदि के साथ ही विकल्प में दिया गया पूरा उत्तर लिखें। उत्तर पुस्तिका में अनावश्यक काट-छाट न करें। सुलेश, वर्तनी शुद्धि और वाक्य विन्यास का विशेष ध्यान दें। जितने प्रश्न पूछे, उतने ही उत्तर लिखें
उत्तर पुस्तिका में ज्यादा प्रश्नों के उत्तर लिख देने से अधिक अंक नहीं मिलेंगे। इसलिए जरूरी यह है कि जितने प्रश्न करने के निर्देश दिया गया हो उतने के ही उत्तर लिखें। उत्तर पुस्तिका में कहीं भी अपने स्कूल का नाम, अनुक्रमांक, पहले पेज के अलावा अपना नाम न लिखें। पत्र एवं संदेश आदि के नाम के स्थान पर क, ख, ग आदि का प्रयोग करें। हिदी के सिलेबस से हटे यह बिदु
वर्ष 2021 की बोर्ड परीक्षा से हटाए गए बिदुओं में क्षितिज भाग-दो में काव्य खंड से देव, जयशंकर प्रसार की आत्मकथा, नागार्जुन की यह दंतुरित मुस्कान व फसल, गिरिजाकुमार माथुर की छाया मत छूना, मंगलेश डबराल की संगतकार हैं। वहीं गद्य खंड में मन्नू भंडारी की एक कहानी यह भी, महावीर प्रसाद द्विवेदी की स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खंडन, यतींद्र मिश्र की नौबतखाने में इबादत और भदंत आनंद कौसल्यायन की संस्कृति सिलेबस में नहीं है। कृतिका भाग-दो से एही इैया झुलनी हेरानी हो रामा और मैं क्यों लिखता हूं? सिलेबस से हटाए गए हैं।