केले के फल से कहीं ज्यादा चमत्कारी फायदे छुपे हैं इसके फूल में, जानिए किस तरह देता है शरीर को ताकत
Benefits of Banana Flower हम लोग केले के फूल की सब्जी बनाकर अथवा से थोड़ा सा भाग अपने भोजन में शामिल करते हैं तो शरीर की प्रतिरोधकता बढ़ाने में यह बहुत सहायक है। फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण यह पाचन को भी ठीक रखता है।
मेरठ, [ओम वाजपेयी]। केला आमजन का फल मान जाता है। पर यह बात गौर करने वाली है केले का फूल कहीं अधिक गुणकारी है। केले के पेड़ का तना, पत्ती, फल, बीज सभी भाग मानव स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। केले का फूल औषधीय गुणों से भरपूर हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, कापर और विटामिन ई अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं, जो कि मानव स्वास्थ्य के लिए अमृत के समान माने जाते हैं।
बढ़ाता है प्रतिरोधक क्षमता
कोरोना संक्रमण के मुकाबले के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होनी चाहिए। इसलिए यदि हम लोग केले के फूल की सब्जी बनाकर अथवा से थोड़ा सा भाग अपने भोजन में शामिल करते हैं तो शरीर की प्रतिरोधकता बढ़ाने में यह बहुत सहायक है। फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण यह पाचन को भी ठीक रखता है। वैज्ञानिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि केले के फूल का नियमित सेवन मस्तिष्क संबंधी विकारों जैसे कि अल्जाइमर एवं पार्किंसन को रोकने में भी मददगार होता है।
रक्तचाप लेवल को कम करने में सहायक है
केले के फूल में मैग्नीशियम होता है जो कि नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट है यह तनाव दूर करने में मदद करता है। केले के फूल का नियमित सेवन मधुमेह नियंत्रण में मददगार होता है। केले के फूल कैल्शियम से भरपूर होने के कारण हड्डियों की कमजोरी या ओस्टियोपोरोसिस की समस्या भी दूर करने में सहायक होते है। केले के फूलों में फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण इनका सेवन वजन को नियंत्रित करने में भी किया जाता है।
इन्होंने बताया...
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के डा. आरएस सेंगर ने बताया कि केला एक मुख्य नकदी फसल है केले के पौधे का प्रत्येक भाग लाभकारी होता है। इसने एक खास फसल का रूप धारण कर लिया है । भारत में करीब 5200 हेक्टेयर जमीन में केले की खेती होती है जिससे लगभग 185 लाख टन तक केले के फलों का उत्पादन होता है महाराष्ट्र में सबसे अधिक केले का उत्पादन होता है। यहां सबसे ज्यादा उत्पादन जलगांव जिले में होता है देशभर के कुल केला उत्पादन का करीब 24 प्रतिशत जलगांव जिले से ही प्राप्त होता है। केले की बढ़ती हुई मांग की वजह से इसकी खेती का महत्व भी बढ़ता जा रहा है पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान भी गन्ने की खेती को छोड़कर अब किसी विविधीकरण को अपना रहे हैं और उन्होंने अपनी मुख्य फसल के रूप में केले की खेती को उसका मुनाफा देखते हुए शामिल किया है जिसके अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। केले के फूल सब्जी के रूप में प्रयोग किए जा सकते हैं। दक्षिण भारत में प्रचलित है केले के फूल में आयरन बहुत ज्यादा मात्रा में होता है अतः यह शरीर में खून की कमी को पूरा करता है