Young Achievers: ओलिंपिक पदक पर निशाना साधने की साधना कर रहे मेरठ के शहजर रिजवी
Young Achievers ठान लिया सो ठान लिया। मेरठ के शहजर रिजवी इन दिनों ओलंपिक में पदक जीतने के लिए दिन-रात साधना कर रहे हैं। भारतीय निशानेबाजी टीम के ओलंपिक कोर ग्रुप में शामिल शहजर इन दिनों फरीदाबाद के एक होटल में अभ्यास कर रहे हैं।
मेरठ, [अमित तिवारी]। Young Achievers निशानेबाजी एकाग्रता का खेल है। एकाग्रता के लिए धैर्य का होना बहुत जरूरी है। और जिस इंसान में धैर्य है वही अपने लक्ष्य अपनी निगाहें लंबे समय तक टिकाये रख सकता है। इस खेल में इन गुणों की बहुत अधिक आवश्यकता होती है और जिनमें होती है वही अपने लक्ष्य साधने में सफल भी होते हैं। मेरठ के एक ऐसे ही निशानेबाज हैं शहजर रिजवी, जो इन दिनों ओलंपिक में पदक जीतने के लिए दिन-रात साधना कर रहे हैं।
भारतीय निशानेबाजी टीम के ओलंपिक कोर ग्रुप में शामिल शहजर इन दिनों फरीदाबाद के होटल विवांता में अभ्यास कर रहे हैं। उनका लक्ष्य ओलंपिक का पदक है और उससे नीचे कुछ भी नहीं। इसीलिए तो उनका सारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ पदक पर ही टिका हुआ है। इसी महीने दिल्ली में हुए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के शूटिंग ट्रायल में शहजर ने अपने अभ्यास के अनुरूप दमदार प्रदर्शन भी किया है। ट्रायल-एक में शहजर ने 584.2 प्वाइंट सूट किया। वही ट्रायल-दो में 579 प्वाइंट के साथ रजत पदक भी जीता। अगला पड़ाव राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप होगी और उसके बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से होते हुए 2021 में होने जा रहे टोक्यो ओलंपिक के लिए वह अपनी दावेदारी को मजबूत कर रहे हैं।
निशानेबाजी के विश्व कप में सोना जीत छा गए गए थे रिजवी
शहजर रिजवी ने मार्च 2018 में गवादलजारा में आयोजित आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में दमदार प्रदर्शन करते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल पुरुष वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। वर्ल्ड कप के इस सीजन के पहले दिन ही शहजर रिजवी ने फाइनल में 242.3 प्वाइंट लेकर सोने पर कब्जा कर लिया। रिजवी ने इस प्रतियोगिता में शुरू से ही अपने दमदार प्रदर्शन को कायम रखा। इसके बाद 14वें शॉट के बाद बढ़त हासिल करते हुए अंत तक इसे बनाए रखा। इस प्रतियोगिता में शहजर रिजवी ने स्वर्ण पदक ही नहीं जीता बल्कि नया विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था। इस प्रतियोगिता के पहले ग्रेनेडा में 2014 में आयोजित आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में जूनियर के रूप में भी शहजर नौवें स्थान पर रहे थे। उनकी उपलब्धियां उन्हें निशानेबाजों में खास पहचान दिलाती हैं। वर्ल्ड कप में स्वर्ण जीतने के बाद वह भारतीय निशानेबाजी के स्टार बनकर लौटे थे।
बनाया रिकॉर्ड और बने नंबर वन
शहजर रिजवी ने निशानेबाजी में अपने नाम रिकॉर्ड बनाने के साथ ही विश्व में नंबर एक की रैंकिंग भी हासिल की थी। साल 2018 में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप गवादालाजारा में शहजर ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ ही उनको 2018 में दुनिया भर के शूटर्स में पहली वर्ल्ड रैंकिंग भी मिली थी। उनकी पहली रैंक उन्हें आईएसएसएफ वर्ल्ड कप कोरिया 2018 में मिली थी। उस चैंपियनशिप में भारतीय टीम से केवल शहजर ने ही पदक जीता था। इसके साथ ही साल 2018 में शहजर एशिया और इंडिया में भी नंबर वन रैंकिंग पर रहे थे। निशानेबाजी में नंबर एक की रैंकिंग लेना बहुत बड़ी उपलब्धि होती है। यह रैंकिंग आईएसएसएफ की ओर से आयोजित वर्ल्ड कप में प्रदर्शन के आधार पर निशानेबाजों को मिलती है। बेहतरीन प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतने वाले को ही यह रैंकिंग प्रदान की जाती है और शहजर रिजवी ने तो गोल्ड मेडल के साथ ही रिकॉर्ड भी बनाया था। उनकी उपलब्धि इसलिए भी काफी खास रही थी।
यह है शहजर रिजवी के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां
- साल 2014 में पुणे में हुई नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में इंडिविजुअल रजत पदक जीता।
- साल 2015 में दिल्ली में हुए हुए नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में इंडिविजुअल स्वर्ण पदक जीता।
- साल 2016 में ईरान में आयोजित एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में इंडिविजुअल और टीम स्वर्ण पदक जीता।
- साल 2017 में कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप ऑस्ट्रेलिया में इंडिविजुअल और टीम स्वर्ण पदक जीता।
- साल 2017 एशियन शूटिंग चैंपियनशिप जापान में टीम स्वर्ण पदक जीता।
- साल 2017 केरल में आयोजित नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में इंडिविजुअल स्वर्ण पदक जीता।
- साल 2018 में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप मैक्सिको में इंडिविजुअल स्वर्ण पदक जीता।
- साल 2018 में ही आईएसएसएफ वर्ल्ड कप दक्षिण कोरिया में इंडिविजुअल रजत पदक जीता।
- साल 2018 में ही आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप दक्षिण कोरिया में टीम रजत पदक जीता।
- साल 2019 में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप फाइनल चीन में मिक्स टीम कांस्य पदक जीता।