105 क्षुल्लिका भक्ति भूषण माताजी का हुआ देवगमन
धर्म प्रवर्तक आचार्य श्री 108 भारत भूषण महाराज की शिष्या 105 क्षुल्लिका भक्ति भूषण माताजी का गुरुवार को देव गमन हो गया।
मेरठ, जेएनएन। धर्म प्रवर्तक आचार्य श्री 108 भारत भूषण महाराज की शिष्या 105 क्षुल्लिका भक्ति भूषण माताजी का गुरुवार को देव गमन हो गया। जैन समाज के सैंकड़ों लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये। नगर के मोहल्ला मुन्नालाल निवासी 105 क्षुल्लिका भक्ति भूषण माताजी का 95 वर्ष की थीं। 15 जनवरी को नगर स्थित जैन त्यागी भवन में आचार्य 108 भारत भूषण महाराज से दीक्षा ली थी। दीक्षा से पूर्व उनका नाम पदमश्री जैन था। वे लगभग 50 वर्ष से भक्ति धर्म प्रवाह से जुड़ी हुई थी। उनके पुत्र राजेंद्र कुमार जैन ने बताया कि माताजी काफी दिन अस्वस्थ चल रही थी और पांच दिन से अन्न जल त्याग दिया था। गुरुवार को उनका देवगमन हो गया। उन्हें मेरठ रोड पर स्प्रिंग डेल्स स्कूल के सामने समाधि दी। वे अपने पीछे चार पुत्र दो पुत्रियों परिवार छोड़ गई है। उनके निधन से जैन समाज में शोक है। विनय कुमार जैन, मुकेश जैन, आदेश जैन, सुरेंद्र जैन, अजय कुमार आदि लोग मौजूद रहे।
बहसूमा से गाजीपुर बार्डर जाएंगे किसान
कृषि कानून के विरोध में गाजीपुर बार्डर पर चल रहे धरने में कस्बे के किसान भी शामिल होने जाएंगे। इसके लिए 65 हजार रुपये की धनराशि भी एकत्र की है। कस्बे में रविद्र नागर के आवास पर गुरुवार को बैठक में बब्बू राठी व जयवीर अहलावत ने बताया गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों की मदद के लिए 65 हजार रुपए की धनराशि एकत्र की है। 22 जनवरी सुबह ट्रैक्टर-ट्राली से किसान गाजीपुर बार्डर के लिए कूच करेंगे। अरविद राठी, विजयपाल, किरण पाल, नीरज, राजू,अजीत गुर्जर, जयवीर,रामफल, सुरेंद्र राणा, सुमित चाहल, तेजपाल रघुनंदन शर्मा धर्मी गिरि,सतबीर अहलावत, सुनील सतीश, ब्रह्मपाल, ज्ञानित आदि मौजूद रहे।