RTI: कोरोना मरीजों को पिला दिया सवा सात लाख रुपये का पानी, दान के रुपयों को खर्च करने का दावा Meerut News
मेडिकल प्रशासन ने दान में मिले करीब सवा सात लाख रुपये का पानी ही पिला दिया कोरोना मरीजों को। आरटीआइ आवेदन के जवाब में मेडिकल प्रशासन ने यह जानकारी दी है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार ने दोनों हाथों से बजट दिया तो लोगों ने भी खूब दरियादिली दिखाई। दूसरी ओर मेडिकल प्रशासन ने दान में मिले करीब सवा सात लाख रुपये का पानी ही पिला दिया कोरोना मरीजों को। आरटीआइ आवेदन के जवाब में मेडिकल प्रशासन ने यह जानकारी दी है। यह हाल तब है जब मेडिकल कालेज में कोरोना मरीजों की संख्या इस वक्त भी सौ के पार नहीं पहुंची।
मकबरा अबू निवासी अतीकुर्रहमान ने आरटीआइ के माध्यम से पूर्व प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता के कार्यकाल के दौरान मेडिकल कालेज में सैनिटाइजर, ग्लब्स, दवा एवं पीपीई किट पर होने वाले खर्च का विवरण मांगा। दान से मिली राशि की भी जानकारी मांगी। प्रदेश सरकार ने कितना बजट दिया आदि सात बिंदुओं पर मांगी गई सूचना का मेडिकल प्रशासन ने गोलमोल जवाब दिया। प्रभारी अधिकारी स्टोर डा. एसके पालीवाल और लेखाविभाग ने तथ्यों को तोड़ मरोड़कर जवाब दिया। सामान कितनी मात्रा में कब-कब मंगाया गया, इसकी जानकारी भी नहीं दी।
दानकर्ताओं का नाम गुप्त रखने की बात कहते हुए बताया कि तीन माह पहले तक 7.25 लाख रुपए मिले। इस राशि से कोरोना मरीजों के लिए पानी और सैनिटाजर खरीदा गया। इसी दौरान प्रदेश सरकार ने भी कोरोना बजट जारी किया था। डेंटल क्लीनिक, ओपीडी नंबर-10 के रेनोवेशन पर जानकारी छुपा ली गई है। मेडिकल प्रशासन ने खरीदे गए सामान का विवरण नहीं दिया।
चिकित्सालय पोर्च से आइटी वार्ड तक हुई तोडफ़ोड़ और डाक्टरों के भवनों के रेनोवेशन पर खर्च की जानकारी नहीं दी गई। वर्तमान प्राचार्य डा. एसके गर्ग के हस्ताक्षर से जारी आरटीआइ के जवाब में तमाम खामियां हैं। आरटीआइ कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत भेज दी है।