Fight Against Corona: मेरठ सिटी स्टेशन पर 80 बेड वाले पांच आइसोलेशन कोच तैयार Meerut News
मेरठ सिटी स्टेशन परिसर स्थित वाशिंग लाइन में पांच आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं। रेलवे बोर्ड से निर्धारित गाइडलाइन पूरा करते हुए इन कोच को अंतिम रूप दे दिया गया।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ सिटी स्टेशन परिसर स्थित वाशिंग लाइन में पांच आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं। रेलवे बोर्ड से निर्धारित गाइडलाइन सोमवार को पूरा करते हुए इन कोच को अंतिम रूप दे दिया गया। मेरठ रेलवे कोच डिपो के कर्मचारियों द्वारा दो जनरल और तीन स्लीपर श्रेणी के कोचों को आइसोलेशन कोच में बदला गया है। इसमें बीच वाली बर्थ को हटा दिया है। एक कोच में आठ केबिन हैं जिसमें हर केबिन में दो-दो बेड तैयार किए गए हैं।
इन सुविधाओं से युक्त
साथ ही इनमें ग्लूकोज बोतल टांगने के हुक, आक्सीजन सिलेंडर के लिए ब्रेकेट आदि मेडिकल वार्ड में लगने वाली सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। एक केबिन चिकित्सक के लिए बनाया गया है। इसमें बाथरूम भी बनाया गया है। इसके लिए हरियाणा के जगाधरी वर्कशॉप स्थित रेलवे कोच तैयार करने वाली फैक्ट्री से सामान की सप्लाई की गई है। जिसे स्थानीय कर्मचारियों ने फिट किया है। रेल कोच डिपो अधिकारी एसके गुप्ता ने बताया कि कोच तैयार हैं इन्हें मुख्यालय के निर्देशों के अनुसार भेजा जाएगा।
संक्रमण के दौर में भी उत्तर रेलवे स्वास्थ्य केंद्र में ताला
कोरोना संक्रमण महामारी का रूप ले रहा है। वहीं 12 सौ रेलवेकर्मियों और उनके परिवारों को चिकित्सीय सुविधा के लिए बनाए गए अस्पताल में सोमवार को ताला लटका रहा। अधिकारियों ने बताया कि महावीर जयंती के अवकाश चलते स्वास्थ्य केंद्र बंद है। सिटी स्टेशन परिसर में बने स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को सन्नाटा पसरा रहा। यहां पर एक चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट समेत पूरा स्टाफ रेलवे ने तैनात है, लेकिन यहां पर इलाज को लेकर कोई गंभीरता नजर नहीं आती।
1200 रेलवेकर्मी है निर्भर
जबकि सिटी और कैंट स्टेशन पर रहने वाले तीन सौ रेलवे कर्मियों के स्वास्थ्य का जिम्मा इसी अस्पताल पर है। यही नहीं, मेरठ में लगभग 1200 रेलवे कर्मी भी यहीं पर इलाज के लिए निर्भर हैं। ट्रेनें बंद हैं, लेकिन माल गाड़ी का संचालन हो रहा है। इसके साथ मेंटीनेंस स्टाफ भी ड्यूटी कर रहा है। स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि अस्पताल नियमानुसार खुलता है। सोमवार को महावीर जयंती के चलते छुट्टी थी।