Fight Against Corona: वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना से जंग में सीएम योगी ने धर्मगुरुओं से मांगा सहयोग Meerut News
कोरोना से लड़ाई में सहयोग मांगने के लिए रविवार को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जनपदों में धर्मगुरुओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की।
मेरठ, जेएनएन। Fight Against Corona कोरोना से लड़ाई में सहयोग मांगने के लिए रविवार को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जनपदों में धर्मगुरुओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। धर्मगुरुओं ने सरकार का सहयोग करने का वादा किया। साथ ही कहा कि वे खुद चिकित्सकों की टीम का सहयोग करने की सभी से अपील करेंगे। हालांकि मेरठ में मौजूद धर्मगुरुओं से मुख्यमंत्री की बात नहीं हो सकी, लेकिन उन्होंने पूरे समय मौजूद रहकर अन्य जनपदों से चल रही बातचीत को सुना। वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद सभी ने अपने सुझाव लिखित रूप में डीएम को सौंपे।
धर्म देखकर नहीं आती बीमारी
वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने प्रयागराज, अयोध्या, कानपुर, आगरा, लखनऊ, सहारनपुर आदि जनपदों में मौजूद धर्मगुरुओं से बात की। लखनऊ में कल्बे सादिक और सहारनपुर में मौलाना महमूद मदनी से उनकी लंबी बात हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जनता की मदद के लिए सरकार क्या-क्या कर रही है। बताया कि लॉकडाउन को पूर्ण रूप से नहीं खोला जाएगा, बल्कि किस्तों में लॉकडाउन खुलेगा। उन्होंने संक्रमित लोगों के सर्वे में स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करने की मांग भी की। सीएम ने कहा कि बीमारी धर्म देखकर नहीं आती। लिहाजा सभी का एकजुट होना जरूरी है।
धर्मगुरु बोले, सभी देंगे साथ
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान धर्मगुरुओं ने सीएम से वादा किया कि वे खुद लोगों से अपील करेंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीमों का साथ दिया जाएगा। बीमार और संक्रमित लोगों की जानकारी खुद भी देंगे। शरीयत के हिसाब से भी बीमारी का इलाज कराना जरूरी है।
मदरसे और अस्पताल में बना लें आश्रय स्थल
वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद नायब शहरकाजी जैनुर राशिद्दीन ने लिखित रूप में अपने सुझाव डीएम को सौंपे। उन्होंने कहा कि फिलहाल जनपदभर में दीनी मदरसे खाली हैं। फैज-ए-आम का हॉल और मुस्कान हॉस्पीटल में भी प्रशासन चाहे तो आश्रय स्थल और क्वारंटाइन के लिए इन्हें ले सकता है। गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के प्रधान रंजीत सिंह, फादर डेनियल मसीह और औघड़नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी श्रीधर त्रिपाठी ने भी अपने लिखित सुझाव सौंपा। वीडियो कांफ्रेंसिंग में कमिश्नर अनीता सी मेश्रम, डीएम अनिल ढींगरा, एडीएम सिटी अजय तिवारी, एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह आदि शामिल रहे।
सहारनपुर में ये धर्मगुरु रहे मौजूद
सहारनपुर में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने तथा लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने को लेकर रविवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद के धर्म गुरुओं से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बात की। साथ ही गरीब, निराश्रित व श्रमिक वर्ग आदि के लिए जारी की गई कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
रविवार की शाम पांच बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वीडियो कांफ्रेसिंग के लिए कमिश्नर संजय कुमार, डीएम अखिलेश सिंह व एसएसपी दिनेश कुमार पी के साथ जिले के योग गुरु पदमश्री भारत भूषण, जमीयत उलेमा हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद महमूद मदनी, दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी, शहर नायब काजी नदीम अख्तर, जामा मस्जिद के प्रबंधक मोलवी फरीद ने प्रतिभाग किया गया।
लॉकडाउन के योगदान देने की अपील
मुख्यमंत्री ने कोराना वाइरस के प्रभाव के संबंध में विश्व परिदृश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के प्रभाव के सामने चीन, इटली अमेरिका आदि जैसी विश्व शक्तियां भी नतमस्तक हो गयी हैं किन्तु भारत में समय से एवं प्रभावी तरीके से लॉकडाउन को लागू कराए जाने के कारण काफी कम संख्या में कोरोना वायरस के पॉजीटिव केस आये हैं। मुख्यमंत्री ने सभी धर्मगुरुओं से लॉकडाउन को तथा शारीरिक दूरी बनाये रखने में योगदान देने की अपील की।
उन्होंने मस्जिद आदि सभी धार्मिक स्थलों से लॉक डाउन को पूर्ण रूप से सफल बनाये जाने की अपील (ऐलान) कराए जाने की अपेक्षा की। इस दौरान मौलाना महमूद मदनी ने क्वांरटाइन स्थलों पर रखे गये व्यक्तियों से हमदर्दी पूर्ण व्यवहार किये जाने का सुझाव दिया तथा कहा कि मीडिया से भी अपील की जाए कि किसी प्रकरण को धार्मिक क्लेवर में न प्रस्तुत कर सही परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया जाए। वीडियो कांफ्रेसिंग में उपस्थित सभी धर्मगुरुओं ने लॉकडाउन को पूर्ण रूप से सफल बनाये जाने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया।