लॉकडाउन से निकलेंगे जिले के विज्ञान योद्धा
जिला विज्ञान क्लब की ओर से सत्र के पहले ही दिन छात्रों को मिले टास्क को पूरा करने और उसका हिस्सा बनने के लिए बाल वैज्ञानिकों ने सुबह से ही घंटी बजानी शुरू कर दी। जिला समन्वयक दीपक शर्मा के सुबह उठने से पहले ही बच्चों ने प्रयोगों के बारे में पूछना और करना शुरू कर दिया।
मेरठ, जेएनएन। जिला विज्ञान क्लब की ओर से सत्र के पहले ही दिन छात्रों को मिले टास्क को पूरा करने और उसका हिस्सा बनने के लिए बाल वैज्ञानिकों ने सुबह से ही घंटी बजानी शुरू कर दी। जिला समन्वयक दीपक शर्मा के सुबह उठने से पहले ही बच्चों ने प्रयोगों के बारे में पूछना और करना शुरू कर दिया। सूरज से संबंधित व्यावहारिक लाइव प्रयोगों में शहर से लेकर गांव तक के बच्चों ने हिस्सा लिया। बच्चों के भेजे प्रयोगों में प्राथमिक तौर पर चयनित प्रयोग में घूमती पृथ्वी का प्रयोग रुड़की रोड की भव्या व फूलबाग कॉलोनी की पूनम गर्ग ने किया। उन्होंने सबसे छोटी परछाई से उत्तर दिशा का पता लगाया और सौर घड़ी भी बनाई।
पिन होल कैमरा बनाने वालों में शिवशक्तिनगर की पलक, आनंद पुरी रेलवे रोड से ध्रुव भामरी, रिद्धि कालरा, पार्थ कालरा, सिमरन, रोहटा रोड फाजलपुर से मुस्कान रहीं। सूरज से जुड़े प्रोजेक्ट करने वालों में सानिया सैफी और माधवपुरम सेक्टर-तीन की सिमरन व हार्दिक रहे। सूरज के प्रयोगों को चार्ट पर उतारने वालों में सूरजकुंड रोड से मानसी शर्मा, जागृति, नितिन व तान्या माथुर रहे। आर्य माथुर ने कोरोना परिवार व वी. शर्मा ने सोलर ऊर्जा का प्रयोग दिखाया।
दो दिन और चलेंगे सूरज पर प्रयोग
जिला समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि सूरज से संबंधित करीब 150 तरह के वैज्ञानिक प्रयोग व प्राजेक्ट किए जा सकते हैं। बाल वैज्ञानिकों में शुरू हुए इस विज्ञान युद्ध को दो दिन और जारी रखा जाएगा, जिससे बच्चे स्वयं तरह-तरह के प्रोजेक्ट करने के बारे में सोचें। इस लॉकडाउन के दौरान बच्चों को इसी तरह अलग-अलग वैज्ञानिक गतिविधियों में शामिल करते हुए स्कूल खुलने पर इनमें से विज्ञान योद्धा चयनित व पुरस्कृत किए जाएंगे।