मेरठ में गुपचुप तरीके से 28 दिन से रह रहे थे 14 जमाती, मकान मालिक समेत सभी पर केस दर्ज
पुलिस ने मंगलवार को जमातियों को ढूंढ कर सभी को क्वारंटाइन किया गया। साथ ही इनसे पूछताछ भी की गई। साथ ही मकान मालिक और जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली के निजामुद्दीन की मरकज में शामिल होने के लिए बिहार, महाराष्ट्र और नेपाल से आए 14 जमाती परतापुर थाना क्षेत्र के काशी गांव में गुपचुप तरीके से रह रहे थे। पुलिस की पड़ताल के दौरान इसका राजफाश हुआ। स्वास्थ्य विभाग की टीम व पुलिस ने सभी को गांव के अंदर ही क्वारंटाइन कर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों में जमातियों को ढूंढकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सरधना और मवाना के बाद मेरठ में काशी गांव में बंद मकान के अंदर महाराष्ट्र, बिहार और नेपाल के 14 जमाती रह रहे थे। पुलिस ने सभी से पूछताछ की। स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाया गया। इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि सभी 14 जमातियों को उसी मकान में क्वारंटाइन कर दिया गया है। जमातियों को शरण देने वाले मकान मालिक और जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है। साथ ही फोन पर सभी लोगों के सुरक्षित होने की जानकारी परिवार के लोगों को दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे गांव को सैनिटाइज भी कर दिया है। सभी जमातियों की जांच कराई जा रही है।
मंगलवार को यह मिले 14 जमाती
हारुन पुत्र रशीद निवासी औरंगाबाद, नयागांव-महाराष्ट्र, फैसल पुत्र खालिद निवासी ओखला दिल्ली, शमशाद पुत्र शेख फशरुल, मामूंद आलम पुत्र नजरूल हसन, जहांगीर पुत्र नफजम मियां निवासीगण बेतिया बिहार, शाहनवाज आलम पुत्र हकीकुल्हा, जफीर आलम पुत्र अलाउद्दीन, असद पुत्र आलम, फिरोज आलम पुत्र मोहम्मद अली, शफीक आलम पुत्र खेरून निवासीगण, सिमरा घाट, चंपारण बिहार, आफताब आलम पुत्र इराफिल, अली इमाम पुत्र छोटा मियां निवासीगण पश्चिमी चंपारण बिहार, मंजुलहक पुत्र हाजी हुसैन निवासी बर्दिया नेपाल।
ये हैं आंकडे
173 जमाती मेरठ जिले में अब तक जांच में मिले
106 सरधना तहसील में ठहरे हुए हैं
53 मवाना में बना रखा है ठिकाना
2 0 जमाती विदेश से आए हैं। यहां दो सप्ताह से थे
153 जमाती अलग-अलग राज्यों से मेरठ में आए हैं
आठ लोगों के परिवारों की हुई पड़ताल
मेरठ, जेएनएन। देश में लॉकडाउन के आदेश के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन में इस्लामिक धार्मिक आयोजन मरकज में ठहरे हुए जमातियों में आठ लोग मेरठ के रहने वाले थे। प्रदेश सरकार की तरफ से लिस्ट जारी होने के बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी जमातियों के घर की जानकारी ली। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके परिवार के लोगों से बातचीत की।
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि शासन की तरफ से मरकज में मौजूद लोगों की लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें आठ जमाती मेरठ के शामिल है। पुलिस और एलआइयू की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी परिवारों से संपर्क किया है। सभी के परिवारों से बातचीत हो गई है। सभी को आदेश दिया जा चुका है कि उन्हें घर में प्रवेश नहीं देना है। सभी ने भरोसा दिलाया कि अगर वो आ गए तो पुलिस को सूचना देंगे। उसके अलावा सभी परिवार के लोगों की जांच भी की गई। कोई भी बीमार नहीं है। सब सही मिले है।
सभी थानों में ढूंढे जा रहे जमाती
सीएम का आदेश मिलने के बाद सभी थाना प्रभारियों को अपने अपने क्षेत्र में सुरागरसी कर जमातियों को ढूंढने के आदेश दिए है। सबसे ज्यादा लिसाड़ीगेट एरिया में जमाती ढूंढे जा रहे है। देहात के सभी थाना क्षेत्रों के गांव में भी जमातियों की पड़ताल हो रही है। जमातियों को शरण देने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए जा चुके है। नौचंदी और ब्रrापुरी और लिसाड़ीगेट में विशेष टीम भी लगा दी गई है।
शास्त्रीनगर में जांच करने पहुंचे कप्तान : कोरोना वायरस पीड़ित मिलने के बाद पूरे शास्त्रीनगर को सील कर दिया था। ऐसे में मंगलवार को एसएसपी अजय साहनी सभी प्वाइंटों पर ड्यूटी चेक करने पहुंचे। प्वाइंटों पर मुस्तैद पुलिसकर्मियों को आदेश दिया कि उक्त एरिया में आने जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहे।