सीएम योगी नहीं आए तो प्रमुख सचिव चिकित्सा को भेजा
जनपद में तीन दिन में कोरोना के 19 मरीजों के मिलने पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक हड़कंप मच गया।
मेरठ, जेएनएन। जनपद में तीन दिन में कोरोना के 19 मरीजों के मिलने पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक हड़कंप मच गया। सरकार ने इसे बेहद गंभीर मानते हुए न सिर्फ हर तीसरे दिन वीडियो कांफ्रेंसिंग की, बल्कि मंगलवार को सीएम योगी का मेरठ दौरा भी तय हो गया। कार्यक्रम निरस्त होते ही सीएम योगी ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे को मेरठ भेज दिया।
प्रमुख सचिव शाम तीन बजे मेरठ पहुंच गए। उन्होंने गेस्ट हाउस में प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता व अन्य स्टाफ को तलब किया। मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में इलाज, आइसोलेशन एवं एम्बुलेंस सेवाओं की पूरी रिपोर्ट ली। भर्ती 16 मरीजों के इलाज का प्रोटोकॉल चेक किया। करीब एक घंटे की मुलाकात के बीच आपात स्थिति में कोविड-19 अस्पताल बनाने व अन्य दो मेडिकल कालेजों में उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा करने के साथ ही प्राचार्य से इनपुट भी लिया। उधर, प्रमुख सचिव बुधवार सुबह नौ बजे मेडिकल स्टाफ की मीटिंग लेंगे। बता दें कि इस समय मेरठ में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर हालात ठीक नहीं हैं। शहरवासियों में भी मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर खौफ है।
शाम को सीएम योगी ने की वीडियो कांफ्रेंसिंग
शाम सात बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की, जिसमें प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा से मेडिकल कालेज में जांच एवं इलाज व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए कहा। उन्होंने भर्ती मरीजों के इलाज एवं उनके स्वजनों व संपर्क के लोगों में जुटी सर्विलांस टीम से भी जानकारी ली। सीएम योगी ने आगाह किया कि किसी स्तर पर कोई चूक हुई तो संक्रमण भारी पड़ेगा। स्वास्थ्यकर्मियों को नहीं, सभी विभागों को पूरा जिम्मा लेना होगा।