दूध, सब्जी, राशन की आपूíत को हर वार्ड में नोडल अफसर
दूध सब्जी फल राशन रसोई गैस और दवा आदि आवश्यक वस्तुओं की जनता को उनके घर पर ही आपूíत कराने तथा इन वस्तुओं की जमाखोरी व मुनाफाखोरी पर अंकुश के लिए जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने रविवार को अफसरों की बैठक कर शहर और कस्बों के प्रत्येक वार्ड में नोडल अधिकारी तैनात किए हैं।
मेरठ, जेएनएन। दूध, सब्जी, फल, राशन, रसोई गैस और दवा आदि आवश्यक वस्तुओं की जनता को उनके घर पर ही आपूíत कराने तथा इन वस्तुओं की जमाखोरी व मुनाफाखोरी पर अंकुश के लिए जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने रविवार को अफसरों की बैठक कर शहर और कस्बों के प्रत्येक वार्ड में नोडल अधिकारी तैनात किए हैं। बैठक में उन्होंने कहा कि वार्ड का नोडल अफसर वार्ड के लिए नामित राशन व अन्य सामग्री के व्यापारियों से संपर्क कर नागरिकों को आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी सुनिश्चित करेगा।
रविवार को प्रदेश के मुख्य सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। जिस पर कार्रवाई करते हुए डीएम ने यह बैठक बुलाई। उन्होंने अफसरों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्र का लगातार भ्रमण करेंगे। होम डिलीवरी की व्यवस्था की निगरानी लगातार करेंगे। किसी भी समस्या की स्थिति में अपर जिलाधिकारी नगर और जिला पूíत अधिकारी को जानकारी देंगे। होम डिलीवरी के लिए नामित दुकान मालिकों को यदि सामान की आपूíत में समस्या आ रही है तो उसे तत्काल जिला पूíत अधिकारी को बताया जाए। डीएसओ सामान की आपूíत सुनिश्चित करेंगे।
ईट भट्ठों को चालू रखें मजदूरों की मदद करें
जागरण संवाददाता, मेरठ : प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है कि लॉकडाउन के दौरान ईंट भट्ठों को चालू रखा जाए, ताकि वहां काम करने वाले मजदूर वहीं पर बने रहें। उन्हें रोजगार मिला रहे और वे अपने घर जाने की जिद न करें। सभी डीएम और पुलिस अधिकारियों के लिए सरकार का आदेश है कि ईंट भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों को खानपान व अन्य दैनिक आवश्यक वस्तुओं की आपूíत की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी द्वारा रविवार को यह आवश्यक आदेश जारी किया गया, जो कि सभी जनपदों के डीएम और पुलिस अधिकारियों के लिए है। लंबी रोक के बाद खुले ईंट भट्ठों को जैसे-तैसे मजदूरों की व्यवस्था करके भट्ठा मालिकों ने शुरू किया था, लेकिन तभी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन हो गया। अब ईंट भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों के भी पलायन का खतरा पूरे प्रदेश में बन गया था। जिसके लिए विशेष रूप से आदेश जारी किया गया है। इस आदेश से जनपद के ईंट भट्ठा संचालकों ने राहत की सांस ली है।