खाकी ने पांच दिन में 70 हजार को खिलाया खाना
संकट की घड़ी में खाकी का चेहरा पूरी तरह से बदल गया है। लॉकडाउन के बाद से पुलिसकर्मी देवदूत बनकर लोगों की हरसंभव मदद कर रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। संकट की घड़ी में खाकी का चेहरा पूरी तरह से बदल गया है। लॉकडाउन के बाद से पुलिसकर्मी देवदूत बनकर लोगों की हरसंभव मदद कर रहे हैं। पांच दिन में जनपद के 30 थानों की पुलिस करीब 70 हजार लोगों तक राशन-खाना पहुंचा चुकी है।
कोरोना को देखते हुए 25 अप्रैल से देश लॉकडाउन है। ऐसे में लोगों के सामने खाने का संकट खड़ा हो रहा है। इसे देखते हुए ही पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया था। साथ ही डायल-112 पर भी लोग कॉल कर रहे हैं। दोनों ही नंबरों पर करीब चार सौ से लेकर पांच सौ लोगों का फोन आता है। इसके अलावा भी थाना पुलिस आसपास रहने वाले लोगों को राशन-खाना मुहैया करा रही है। इसके चलते ही थानों की मैस में लगातार चूल्हा जल रहा है। पुलिसकर्मी खाने के पैकेट पैक करते रहते हैं। इसमें उनका साथ महिला पुलिसकर्मी भी देती हैं। इसके बाद उनको लेकर निकल पड़ते हैं। सुबह से शाम तक सिलसिला चलता रहता है। हर थाना क्षेत्र में पुलिस ने जगह चिह्नित कर रखी हैं। इसके अलावा भी रास्ते में जो जरूरतमंद मिल जाता है। उसको भोजना कराया जाता है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि पिछले पांच दिन में जिले की पुलिस जरूरतमंदों के भोजन का इंतजाम कर रही है। करीब 70 हजार लोगों तक भोजन के पैकेट पहुंचाए गए हैं। साथ ही कुछ परिवारों के लिए राशन का भी इंतजाम किया जा रहा है।
अकेले चले थे, लोग जुड़ रहे हैं
एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि शुरू में पुलिस ने यह व्यवस्था अपने स्तर से शुरू की थी। लॉकडाउन के बाद एक-दो दिन तक पुलिस ही अपने स्तर से लोगों तक खाना पहुंचा रही थी। अब क्षेत्र के बड़ी संख्या में गणमान्य लोग भी पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इंतजाम में जुटे हैं। कोई राशन मुहैया करा रहा है तो कोई बना बनाया भोजन ला रहा है।
एडीजी ने देखी व्यवस्था
रविवार को एडीजी प्रशांत कुमार, एसएसपी अजय साहनी और डीएम अनिल ढींगरा सड़कों पर निकले। इस दौरान उन्होंने शहर का जायजा लिया। साथ ही पुलिसकर्मियों को दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं। उनसे लोगों की हर संभव मदद करने के लिए कहा है।