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Meerut Lockdown Day 4: किसानों पर मौसम की मार, लॉकडाउन से भी आलू और गेहूं की फसलों को पहुंच रहा नुकसान Meerut News

Meerut Lockdown Day 4 मेरठ में शुक्रवार की शाम को तेज हवा के बीच बारिश ने किसानों की फसलों का पूरी तरह खराब कर दिया। साथ ही गन्‍ने की फसल को भी प्रभावित किया है।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 11:37 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 11:37 AM (IST)
Meerut Lockdown Day 4: किसानों पर मौसम की मार, लॉकडाउन से भी आलू और गेहूं की फसलों को पहुंच रहा नुकसान  Meerut News
Meerut Lockdown Day 4: किसानों पर मौसम की मार, लॉकडाउन से भी आलू और गेहूं की फसलों को पहुंच रहा नुकसान Meerut News

मेरठ, जेएनएन। Meerut Lockdown Day 4 कोरोना वायरस का कहर सीजन की खेती पर भी टूट रहा है। बात आलू खोदाई की हो या फिर गन्ना बुआई की, दोनों ही प्रभावित हुए हैं। रजपुरा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम छिलौरा के प्रधान पति शत्रुघ्न सिंह ने बताया कि उनके पास 26 बीघा आलू लगा है। 23 मार्च को आलू की खोदाई करनी थी, लेकिन जब मजदूर खेत में काम करने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें भगा दिया। आलू को जल्द खोदाई कर कोल्ड स्टोर में नहीं पहुंचाया तो सड़ जाएगा।

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तापमान बढ़ने से आलू का नुकसान होगा। तिलहन फसलों में सरसों के खेत पककर तैयार हो चुके हैं। मौजूदा स्थिति में करीब 75 प्रतिशत सरसों कटने के बाद खेत में पड़ी है। जिसे थ्रेसिंग के बाद खेत से उठाया जाएगा, लेकिन लॉकडाउन में मजदूर न मिलने व अब बारिश के बाद किसानों के सामने विकट समस्या खड़ी हो गई है।

लॉकडाउन से बाहर रहेंगी औद्योगिक फसलें: जिला उद्यान अधिकारी आरएस राठौर ने बताया कि फल व सब्जी औद्योगिक फसलों को आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में रखा गया है। इन औद्योगिक फसलों के उत्पादन, भंडारण, परिवहन व इनसे संबंधित कार्यों को लॉक डाउन से मुक्त रखा गया है। इसमें सब्जी, फूल, मशरुम व शहद आदि के खेत में मंडी या कोल्ड स्टोर में भंडारण के लिए परिवहन व अनलो¨डग के बाद वाहन खाली वाहनों को शामिल किया गया है। फल, सब्जियों आदि के खेतों में तुड़ाई, खुदाई, ग्रे¨डग व लो¨डग अनलो¨डग आदि कार्यों में लगे श्रमिकों पर कोई रोक नहीं है। शहद उत्पादन के लिए मधुमक्खियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना व बक्सों से शहद निकालने का कार्य लॉक डाउन से मुक्त रखा गया है। उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक एसबी शर्मा ने जनपद के अधिकारियों को पत्र जारी किया है।

बेमौसम बारिश से लुढ़का पारा

मेरठ, जेएनएन। मार्च में बेमौसम बारिश से फसलें प्रभावित हो रही हैं। शुक्रवार को बारिश से एक बार तापमान बढ़ने की आशा धुलती नजर आयी। अधिकतम तापमान में 4.5 डिग्री की गिरावट हुई। मौसम विशेषज्ञों ने अगले दो दिनों में बादल छाए रहने और कहीं कहीं बूंदाबांदी के आसार जताए हैं। वहीं मार्च के शेष दिनों में तापमान 30 डिग्री से अधिक नहीं होगा।

बताते चलें कि 25 मार्च को अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री पहुंच गया था। पिछले दो दिनों में मौसम विभाग ने 1.5 मिमी बारिश रिकार्ड की है। लेकिन कई स्थानों में अच्छी बारिश देखने को मिली है। शुक्रवार को सुबह से बूंदाबांदी की झड़ी लगी रही। अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री रहा, यह सामान्य से पांच डिग्री कम रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 19.6 रहा जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा।

कई सोशल साइट पर इस बात का दावा किया जा रहा है तापमान में बढ़ोत्तरी से कोरोना का प्रकोप कम होगा। लेकिन इस संबंध में कोई पुख्ता शोध नहीं है। बारिश होने से तापमान कम हो गया है, जिसको लेकर कई लोग ने कमेंट भी किए। मार्च में अभी तक तापमान 35 डिग्री नहीं पहुंचा है। जबकि विगत वर्षों में यह 38 डिग्री तक पहुंच चुका है।

सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि पश्चिम विक्षोभ के गुजर जाने के बाद हल्की ठंडी हवाएं चलेंगी यह तापमान को ज्यादा बढ़ने नहीं देंगी।


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