सोहनवीर हत्या प्रकरण : दुल्हैड़ा गांव में पीड़ित परिवार से मिले विधायक, डीएम और एसएसपी, जल्द राजफाश का दिया आश्वासन Meerut News
तीन फरवरी को हुए सिवाय टोल प्जाजा पर किसान सोहनवीर की मौत में परिजनों से विधायक डीएम और एसएसपर ने मुलाकात की और जल्द ही राजफाश करने का आश्वासन दिया।
मेरठ, जेएनएन। तीन फरवरी को सिवाया टोल प्लाजा पर हुई किसान सोहनवीर उर्फ सोनू की हत्या के प्रकरण में शनिवार को दुल्हैड़ा गांव में मृतक के परिजनों से मिलने सरधना विधायक ठा. संगीत सोम, डीएम अनिल ढींगरा,
कप्तान अजय साहनी, एसपी सिटी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह, एसडीएम सरधना अमित
कुमार भारतीय, सीओ दौराला जितेंद्र सरगम समेत दौराला और पल्लवपुरम थाना प्रभारी भी साथ पहुंचे। विधायक और अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। दर्ज मुकदमे में जल्द राजफाश करने का आश्वासन दिया। हालाकि शनिवार को विधायक ने शासन स्तर से पीड़ित परिवार के बैंक खाते में 25 लाख रुपये ट्रांसफर कराकर आर्थिक मदद करा दी थी।
क्या था सोहनवीर हत्या प्रकरण
पल्लवपुरम थाना क्षेत्र के दुल्हैड़ा गांव निवासी सोहनवीर उर्फ सोनू तीन फरवरी को ट्रैक्टर-ट्रॉली में गन्ने भरकर दौराला मिल जार हा था। सिवाया टोल प्लाजा के पास सोनू का गला कटा शव बरामद हुआ। परिजनों ने सोनू की हत्या का आरोप टोल कर्मचारी और अधिकारियों पर लगाते हुए दौराला थाने में केस दर्ज कराया था। पुलिस ने कर्मचारी चित्रपाल, अजयपाल और विशेष को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। परिजनों ने घटना की फुटेज डीवीआर से डिलीट करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने साथ ही टोल के सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को मोदीनगर की लैब में भेजा ताकि घटनाक्रम को देखा जा सके।
पांच लाख रुपये मंडी परिषद और हथियार का बनेगा लाइसेंस
मृतक सोहनवीर उर्फ सोनू के पिता रमेश चंद, भाई रविंद्र और सचिन ने विधायक से एक शस्त्र लाइसेंस बनवाने की मांग की। डीएम ने कहा कि जिसके नाम से हथियार का लाइसेंस बनवाना है, उसे दस्तावेज लेकर कार्यालय भेज दें, कार्रवाई हो जाएगी। विधायक के कहने पर मंडी परिषद से पांच लाख रुपये एक सप्ताह में मुआवजा दिलाने का आश्वासन डीएम ने दिया। विधायक ने मृतक की पत्नी सुदेश को सरकारी नौकरी लगाने का भी आश्वसान दिया। करीब आधा घंटा रुकने के बाद अधिकारी और अफसर वहां से चले गए।
आजीवन कारावास की कराएंगे सजा
कप्तान अजय साहनी ने पीड़ित परिवार के सवालों का जबाव देते हुए कहा कि डीवीआर की रिपोर्ट लैब से आने के बाद आरोपितों को रिमांड पर लेकर हथियार की बरामदगी भी कराई जाएगी। निर्दोष जेल नहीं जाएगा और दोषी बख्शा नहीं जाएगा। केस कमजोर न हो इसलिए समय लग रहा है। आजीवन कारावास की सजा दिलाई
जाएगी।