दो करोड़ का पैचवर्क 20 दिन में छूमंतर
इसे कहते हैं जनता के पैसे की खुलकर बर्बादी।
मेरठ, जेएनएन: इसे कहते हैं जनता के पैसे की खुलकर बर्बादी। न कोई देखने वाला, न कोई पूछने वाला, न कोई जांचने वाला। मामला गढ़ रोड का है जहां दो करोड़ का पैच वर्क 20 दिन में ही सत्यानाश हो गया।
अभी महज 20 दिन पहले गढ़ रोड पर राष्ट्रीय राजमार्ग खंड बागपत ने तेजगढ़ी चौराहा से गढ़मुक्तेश्वर तक करीब 38 किलोमीटर के गड्ढों में पैच किया। जब पैच किया जा रहा था, तब कार्य की गुणवत्ता जांचने के लिए कोई नहीं पहुंचा। इसका परिणाम यह हुआ कि मानकहीन काम 20 दिन में ही सामने आ गया और आनंद अस्पताल से लेकर काली नदी तक के रास्ते पर भरे गए गड्ढों की कलई खुल गई। गड्ढों से निकलकर बिटुमिन पूरी सड़क पर बिखर गई। अब, एनएच ने ठेकेदार का भुगतान रोक दिया है।
गड्ढों की स्थिति जस की तस
मेरठ से गढ़मुक्तेश्वर तक की सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग खंड बागपत के स्वामित्व में है। इस सड़क पर गड्ढे भरने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग खंड गाजियाबाद को दो करोड़ की स्वीकृति मिली थी। इसके लिए फरीदाबाद की कंपनी डायलस्टी को जिम्मेदारी दी गई। जनवरी में कंपनी ठेकेदार ने गड्ढों में पैच वर्क किया। जागृति विहार निवासी दीपक वर्मा का कहना है कि गड्ढों का पैच वर्क उबड़-खाबड़ तरीके से जल्दबाजी में किया गया है, जो नियमों के अनुरूप सही नहीं था। तक्षशिला कॉलोनी व राधा गोविंद कॉलेज के सामने पैच उखड़कर बिखर गए हैं। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भी इसके लिए अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त की।
इन्होंने कहा......
सड़क पर 120 से 140 डिग्री के उच्च तापमान पर बिटुमिन से ही कार्य हो पाता है। गत दिनों तापमान अनुकूल नहीं था, लेकिन जनता की समस्या को देखते हुए जल्दबाजी में काम करा दिया गया इसलिए पैच उखड़ गए। ठेकेदार का भुगतान रोका गया है। गड्ढों को सही भरने के बाद ही भुगतान किया जाएगा।
- एसके मिश्रा, प्रोजेक्ट मैनेजर, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड बागपत।