बागपत रोड का हाल, फैला पड़ा गड्ढों का जाल
शहर की प्रमुख सड़कों में शामिल बागपत रोड को पांच साल पहले फोरलेन करते हुए इसका सुंदरीकरण का कार्य किया गया था।
मेरठ, जेएनएन। शहर की प्रमुख सड़कों में शामिल बागपत रोड को पांच साल पहले फोरलेन करते हुए इसका सुंदरीकरण का कार्य किया गया था। एमडीए ने इस पर 11 करोड़ रुपये खर्च किए थे। लेकिन भारी वाहनों के पहियों ने अब इस सड़क को बदहाल कर दिया है। औद्योगिक क्षेत्र में माल ढोने वाले बड़े ट्रकों की वजह से बदहाल हुई सड़क पर जगह-जगह गड्ढों ने चलना दुश्वार कर दिया है। लोक निर्माण विभाग ने नवीनीकरण के लिए छह माह पूर्व इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था, लेकिन प्रस्ताव की प्रक्रिया अंजाम तक नहीं पहुंच सकी। तीन साल पहले होना था नवीनीकरण 2015 के बाद दो साल तक इस सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी संबंधित कंपनियों की थी, लेकिन 2017 के बाद सड़क की सुध किसी ने नहीं ली। कुल मिलाकर तीन साल पहले बागपत रोड का नवीनीकरण हो जाना चाहिए था। इस बीच पैच वर्क तो किया गया, लेकिन गड्ढों से कुछ खास राहत नहीं मिल सकी। अंतिम दौर में 4.66 करोड़ का प्रस्ताव लोनिवि अधिकारियों का कहना है कि सिंतबर 2019 में बागपत रोड के नवीनीकरण के लिए 4.66 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। लखनऊ में प्रमुख अभियंता कार्यालय से मुहर लगकर फाइल शासन के पास पहुंच गई है। बहुत जल्द इस पर स्वीकृति मिल जाएगी और काम शुरू हो जाएगा। --- अंतिम नवीनीकरण की जानकारी .. सड़क का वर्तमान स्वामित्व - लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड सड़क की कुल लंबाई - फुटबॉल चौराहा से बाईपास तक 4.85 किमी पिछला नवीनीकरण - 2015 में एमडीए ने 11 करोड़ में किया कंपनी का नाम - सड़क को चार हिस्सों में टेंडर देकर कार्य हुआ, कृष्णा कंस्ट्रक्शन के पास दो टेंडर, आरएस बिल्डर्स व आरसीसी डवलपर्स के पास एक-एक टेंडर समयावधि - 2017 में समाप्त --- वर्जन .. बागपत रोड के बारे में बात हो चुकी है। सड़क में कई जगह गड्ढे हैं। बजट सत्र के बाद तत्काल धनराशि जारी हो जाएगी, जिससे सड़क का नवीनीकरण होगा। - सत्यप्रकाश अग्रवाल, कैंट विधायक --- लखनऊ में प्रमुख अभियंता के पास से स्वीकृत होकर शासन को फाइल पहुंच गई है। जल्द ही फाइनल स्वीकृति मिल जाएगी और कार्य आरंभ किया जाएगा। - संजीव भारद्वाज, अधीक्षण अभियंता, लोक निर्माण विभाग, मेरठ सर्किल --- कॉलोनीवासियों का वर्जन::: भारी-भरकम ट्रकों ने सड़क तोड़कर रख दी है। कॉलोनीवासियों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है। - प्रमोद कुमार विश्नोई, ऋषिनगर, बागपत रोड --- मूलभूत सुविधाओं में से एक सड़क भी होती है, लेकिन यहां सड़क की हालत सबसे अधिक खराब है। - दिनेश यादव, बागपत रोड