समय को लेकर सजग दिखे परिजन-परीक्षार्थी
सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा-2020 शनिवार को शुरू हुई। पहले दिन परीक्षा में वोकेशनल के पेपर हुए।
मेरठ, जेएनएन: सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा-2020 शनिवार को शुरू हुई। पहले दिन परीक्षा में वोकेशनल के पेपर हुए। कक्षा 10वीं में कुल 684 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनकी परीक्षा नौ केंद्रों पर हुई। वहीं 12वीं में कुल 36 परीक्षार्थी थे, जिनकी परीक्षा छावनी स्थित तीनों के केंद्रीय विद्यालयों में हुई। 10वीं में 36 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे, जबकि 12वीं में सभी परीक्षार्थी उपस्थित रहे। 10वीं की बोर्ड परीक्षा में फूड प्रोडक्शन, बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, रिटेलिंग और इंट्रोडक्शन टू फाइनेंशियल मार्केट्स विषयों की परीक्षा हुई। वहीं 12वीं में बैंकिंग और मल्टीमीडिया वेब टेक्नोलॉजी की परीक्षा हुई।
समय पर पहुंचे परीक्षार्थी
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने की व्यवस्था के अंतर्गत पिछले साल से ही परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले ही केंद्र में पहुंचने की अनिवार्यता कर दी थी। इस साल भी बोर्ड परीक्षा में सुबह 10 बजे तक ही एंट्री की अनुमति दी गई है। पिछले साल कुछ परीक्षार्थियों के 10 बजे के चंद मिनट बाद पहुंचने से भी परीक्षा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। इसीलिए इस साल परीक्षार्थी सुबह नौ बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। बच्चों के साथ परिजन भी परीक्षा केंद्र पर पहुंचे, जिससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा सकें।
तलाशी के बाद मिला प्रवेश
परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश के साथ ही परीक्षार्थियों की तलाशी भी ली गई। परीक्षा केंद्रों के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगे थे। कैमरे की निगरानी में ही परीक्षार्थियों की तलाशी केंद्र प्रभारी, संबंधित स्कूलों के शिक्षकों के सामने सीबीएसई पर्यवेक्षकों ने भी ली। इसके साथ ही परीक्षार्थियों को स्केन किया गया, जिससे उनके पास किसी भी तरह के आधुनिक उपकरण परीक्षा केंद्र में न जा सकें। परीक्षार्थियों को केंद्र में प्रवेश देने के बाद सीधे संबंधित कक्ष में ही बिठाया गया। कई परीक्षार्थी एक घंटे पहले से ही परीक्षा कक्ष में पहुंच चुके थे।
आसान पेपर से शुरू हुई परीक्षा
10वीं के चार और 12वीं के दो वोकेशनल पेपर परीक्षार्थियों के लिए आसान रहे। परीक्षार्थियों के साथ ही संबंधित विषयों के शिक्षकों ने भी पेपर को सिलेबस के अंतर्गत और तैयारी के अनुरूप बताया। वोकेशनल विषय होने पर इसमें प्रैक्टिकल जानकारी भी अधिक पूछी जाती है जिसकी तैयारी बच्चों को कराई गई थी।