फेसबुक पर पोस्ट से पहले ही मोस्ट वांटेड बदन सिंह ने शुरू कर दी थी प्लानिंग, मेड 15 दिन से लापता Meerut News
मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो की प्लानिंग फेसबुक पर पोस्ट से पहले ही शुरू हो गई थी। पुलिस अभी तक फेसबुक मुख्यालय से आइपी एड्रेस आने के इंतजार हैं।
मेरठ, जेएनएन। मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो की प्लानिंग फेसबुक पर पोस्ट से पहले ही शुरू हो गई थी। पोस्ट तो लोगों को अपनी मौजूदगी जताने के लिए की थी। तभी तो तीन दशक से उसका खाना बनाने वाली मेड 15 दिन से लापता है। वहीं, पुलिस अभी तक फेसबुक मुख्यालय से आइपी एड्रेस आने के इंतजार हैं।
ऑनलाइन होने से मचा हड़कंप
गत मंगलवार को कुख्यात बदन सिंह बद्दो की फेसबुक आइडी ऑनलाइन हुई थी, जिस पर बद्दो ने पूर्व डीजीपी एवं पूर्व एससी-एसटी आयोग के चेयरमैन बृजलाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। साथ ही केबल व्यवसाय चला रहे रोमी शिव को भी घसीटा गया। 11 महीने बाद बद्दो के फेसबुक पर ऑनलाइन होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। शासन स्तर पर जांच शुरू कर दी गई। कैलिफोर्निया में फेसबुक को पत्र और ई-मेल के जरिए जानकारी मांगी गई है। पूछा गया कि क्या नीदरलैंड से ही एकाउंट को ऑनलाइन किया गया है। हालांकि अभी तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली है।
तीस साल से खाना बना रही मेड
वहीं, सूत्रों का कहना है कि बद्दो की योजना पोस्ट डालने से पहले ही शुरू हो गई थी। तीन दशक से उसका खाना बना रही टीपीनगर थाना क्षेत्र में रहने वाली मेड 15 दिन से लापता है। कुख्यात काफी समय से बीमार चल रहा है। ऐसे में वह सादा खाना खाता है। अब वह अपने आप को सेट कर चुका है। इसलिए मेड को संदेश भेजा गया और वह भी अचानक लापता हो गई है। इस ओर पुलिस का कोई ध्यान नहीं है। वहीं, एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह का कहना है कि इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। कुख्यात पर शिकंजा कसा जा रहा है। उसके सहयोगी और जमानतदारों पर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही उसे भी पकड़ लिया जाएगा।
लुक आउट नोटिस जारी है
कुख्यात के खिलाफ 28 मार्च 2019 को तत्कालीन एसएसपी नितिन तिवारी ने विदेश मंत्रालय को लुक आउट नोटिस भेजा था। नोटिस की समय अवधि अभी बची हुई है। ऐसे में संभव ही नहीं कि वह देश से बाहर चला जाए। पुलिस बदन सिंह की फरारी पर उसके ठिकानों पर पड़ताल करने में जुट गई है।
संदेश देना उसका मकसद है
सूत्रों का कहना है कि बदन सिंह बद्दो ने फेसबुक पर पोस्ट पूरी योजना के तहत की है। वह अपने खास और दुश्मनों को यह बताना चाहता है कि वह आ गया है। चर्चा है कि जो उसके अपने हैं, वे उससे संपर्क के प्रयास में लग गए हैं। वहीं, पुलिस फेसबुक से आने वाली रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि एक सप्ताह बाद यदि रिपोर्ट आती है, तो क्या बदन सिंह बद्दो वहीं पर रुका रहेगा।
ये था मामला
पंजाबीपुरा निवासी बदन सिंह बद्दो शहर के अधिवक्ता रविंद्र सिंह की हत्या के मामले में आजीवन कारावास काट रहा था। फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से गाजियाबाद पेशी पर लगाया गया, जिसे 28 मार्च 2019 को गाजियाबाद से मेरठ के होटल मुकुट महल लाया गया। शराब पार्टी के दौरान वह फरार हो गया। इसमें फतेहगढ़ पुलिस के छह जवानों पर कार्रवाई की गई। साथ ही पुलिस बदन सिंह पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर चुकी है। इस मामले में बदन सिंह का बेटा सिंकदर अभी फरार है। अनिल छाबड़ा उर्फ जिम्मी को क्लीनचिट मिल चुकी, जबकि ट्रांसपोर्टर विपिन सूरी, व्यापारी नेता लल्लू मक्कड़, व्यापारी सोनू सहगल, होटल मुकुट महल के मालिक मुकेश गुप्ता, व्यापारी तथा सहयोगी शिशुपाल जेल से जमानत पर छूट चुके हैं। अभी पपीत बढ़ला जेल में है।