रोडवेज अड्डे पर दो दिन से भटक रहे 20 मजदूर
प्रशासनिक मशीनरी सिर्फ कागजों में कामगारों की हिमायत कर रही है। इसका प्रमाण रोडवेज बस स्टैंड पर पिछले दो दिन से पड़े 20 मजदूर हैं। वे सभी प्रयागराज के हैं। उन्हें रोडवेज बस स्टैंड तक लाया गया और अब उनकी कोई सुनने की तैयार नहीं है।
मेरठ, जेएनएन। प्रशासनिक मशीनरी सिर्फ कागजों में कामगारों की हिमायत कर रही है। इसका प्रमाण रोडवेज बस स्टैंड पर पिछले दो दिन से पड़े 20 मजदूर हैं। वे सभी प्रयागराज के हैं। उन्हें रोडवेज बस स्टैंड तक लाया गया और अब उनकी कोई सुनने की तैयार नहीं है।
दरअसल, प्रयागराज के रहने वाले 20 मजदूर हरियाणा के पानीपत में काम करते थे। उनका कहना है कि पानीपत से उन्हें घर छोड़ने के लिए बस में लाया गया व मेरठ रोडवेज बस स्टैंड पर छोड़ दिया गया। वे प्रशासन से लगातार प्रयागराज भेजने की गुहार लगा रहे हैं। उसके बाद भी कोई इंतजाम नहीं किया गया है। रमन और मनोज ने बताया कि प्रशासनिक अफसरों से भी बात की गई, लेकिन उसके बावजूद भी बस से उन्हें छोड़ने का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। एसओ विजय गुप्ता का कहना है कि देररात सभी मजदूरों को खाना खिलाया गया है। प्रशासनिक अफसरों से उन्हें प्रयागराज भेजने के लिए बातचीत की जा रही है। 70 हजार श्रमिकों को अब जल्दी मिलेगी दूसरी किस्त
मेरठ : जिले में आने वाले प्रवासी श्रमिकों का ऑनलाइन पंजीकरण सोमवार से शुरू होगा। इसके लिए श्रम विभाग के तैयारी की है। साथ ही 70 हजार पंजीकृत श्रमिकों को जल्द ही अब दूसरी किस्त की एक-एक हजार की धनराशि प्रदान की जाएगी।
जिले में दूसरे जिले व राज्यों से प्रवासी श्रमिकों का आगमन हो रहा है। इन सभी श्रमिकों को अस्थायी आश्रय स्थल व क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। जहां पर जिला-प्रशासन ने सभी के रहने एवं खाने आदि की व्यवस्था की है। शासन के निर्देश पर इन सभी श्रमिकों का आश्रय स्थल व क्वारंटाइन सेंटरों पर पहुंचकर ऑनलाइन पंजीकरण किया जाएगा। पंजीकरण के बाद इन सभी को एक-एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मेरठ में 83 हजार श्रमिक पंजीकृत
मेरठ में कुल 83 हजार श्रमिक पंजीकृत है। इनमें से 70 हजार को पहली किस्त का भुगतान किया जा चुका है। बाकी 13 हजार के खाते अपडेट किए जा रहे हैं। खाते अपडेट होते ही प्रथम किस्त एक-एक हजार सभी को प्रदान की जाएगी। उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट का कहना है कि जिन पंजीकृत 70 हजार श्रमिकों को पहली किस्त के रूप में एक-एक हजार की धनराशि दी गई है। उन्हें जल्दी ही अब दूसरी किस्त के रूप में एक-एक हजार की धनराशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने पूछा, धनराशि मिली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शुक्रवार को श्रमिक दिवस पर मोबाइल फोन पर श्रमिकों से बात की। उन्होंने पूछा कि क्या उन सभी को पहली किस्त के रूप में एक-एक हजार की धनराशि मिल गई है। साथ ही राशन भी मिल रहा है। सभी ने धनराशि व राशन मिलने की बात कही। मेरठ से भी मुख्यमंत्री कार्यालय को 40 श्रमिकों के नाम आदि की सूची भेजी गई थी, लेकिन किसी का उनसे बातचीत का नम्बर नहीं आया।