हाथी पर सवार होकर आएंगी देवी, घोड़े पर होंगी विदा
नवरात्र में इस वर्ष देवी दुर्गा का आगमन हाथी और वापसी घोड़े पर होगी। मेरठ
मेरठ, जेएनएन। नवरात्र में इस वर्ष देवी दुर्गा का आगमन हाथी और वापसी घोड़े पर होगी। देवी आगमन और गमन दोनों ही संकट की चेतावनी दे रहे हैैं। मां दुर्गा का आगमन अश्विनी शुक्ल प्रतिपदा तिथि पर 29 सितंबर को होगा, और विदाई दशमी तिथि पर आठ अक्टूबर को होगी। इस बार पूरे नौ दिन नवरात्र होंगे।
सूरजकुंड स्थित बाबा मनोहर नाथ मंदिर की महामंडलेश्वर नीलिमानंद महाराज का कहना है कि हिदू धर्म में देवी-देवता से जुड़े वाहन का महत्व है और उसके पीछे एक अर्थ भी छिपा होता है। मां दुर्गा की सवारी शेर है। नवरात्र पर्व पर भक्तों को दर्शन देने के लिए मां अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं। लेकिन, इस नवरात्र पर देवी भगवती हाथी पर सवार होकर आ रही हैं। वहीं मां शक्ति का गमन घोड़े पर होगा। दुर्गासप्तशती में वर्णन के अनुसार देवी के यह दोनों ही वाहन प्राकृतिक आपदा के प्रतीक हैं। इसका अर्थ यह नहीं है कि देवी का आगमन और विदाई अमंगल है। बल्कि हम भविष्य के संकटों से वर्तमान में सचेत हो जाए। यह संकेत दो देशों के बीच युद्ध, मंदी की मार और घोटाला खुलने की आशंका है। वहीं देश में शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति और विदेशों से देश में पैसा आने की भी संभावना है।
अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी घटस्थापना
आदर्श नगर स्थित श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर के पंडित गणेश ठाकुर बताते हैं कि शारदीय नवरात्र में घटस्थापना अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी। इस बीच पांच सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का संयोग बन रहा है। इस समय खरीदी गई वस्तुएं भी शुभ रहेंगी।
घटस्थापना के लिए मिलेगा एक घंटे 27 मिनट का समय
छोटी दुर्गाबाड़ी मंदिर के पंडित विशाल शास्त्री बताते हैं कि इस बार नवरात्र में घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 29 सितंबर को सुबह 6 बजकर 12 मिनट से लेकर 7 बजकर 40 मिनट तक रहेगा, और इसी एक घटे 27 मिनट में घटस्थापना करना शुभ रहेगा।