Rapid Rail : एसी मालगाड़ी में जाएगी दूध-सब्जी, cold chain से लैस होगी रैपिड रेल Meerut News
ऐसा प्रदूषण के लिहाज से ठीक रहेगा कि देश की पहली रैपिड रेल यात्रियों को एनसीआर में एक से दूसरे स्थान तक रफ्तार से पहुंचाने के साथ दूध सब्जी आदि ढुलाई की सेवा भी देगी।
मेरठ, जेएनएन। एनसीआर का प्रदूषण कम करने व हल्के सामान से जुड़े व्यापार को गति देने के लिए रैपिड रेल लॉजिस्टिक बिजनेस का भी काम करेगी। देश की पहली रैपिड रेल यात्रियों को एनसीआर में एक से दूसरे स्थान तक रफ्तार से पहुंचाने के साथ दूध, सब्जी आदि ढुलाई की सेवा भी देगी। सामान ढोने वाली रैपिड रेल अलग होगी, जो एसी व कोल्ड चेन की सुविधा से लैस होगी। इससे परिवहन का खर्च और समय दोनों की बचत होगी।
पर्यावरण को भी कम नुकसान
ट्रकों के धुएं से पर्यावरण का नुकसान भी कम होगा। रैपिड रेल डिपो पर भंडारण गोदाम व कोल्ड स्टोरेज भी होंगे। जिन फल, सब्जियों आदि का समय पर उठान नहीं होगा उन्हें कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखा जाएगा। इससे व्यापारियों को सुविधा रहेगी। एनसीआर के किसी भी शहर में ऐसी वस्तुएं पहुंचानी आसान हो जाएंगी।
इसलिए है कामयाबी की उम्मीद
दिल्ली में कमर्शियल ट्रकों से होने वाला खतरनाक उत्सर्जन प्रदूषण का बड़ा कारण है। इसे देखते हुए दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध और कमर्शियल वाहनों पर ग्रीन सेस लगाने जैसे उपाय पहले ही लागू हो चुके हैं। भविष्य में इन्हें और सख्त करने की संभावना है। इसके अलावा दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश न होने के कारण घूमकर आने में समय लगता है। अक्सर माल खराब हो जाता है। कोल्ड चेन न होने से फल, सब्जियों को नुकसान होता है। आरआरटीएस नेटवर्क पर लॉजिस्टिक परिवहन की सुविधा खासतौर से ऐसी वस्तुओं की ढुलाई के लिए क्रांतिकारी कदम होगी जिनके लिए कोल्ड चेन की जरूरत होती है। रैपिड रेल से दूध, सब्जी जैसी वस्तुओं को भेजे जाने वाले डिब्बे कोल्ड चेन से लैस होंगे।
ऑनलाइन बुकिंग और ट्रैकिंग
इसे ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स के रूप में विकसित किया जाएगा। माल का भाड़ा, भार का अधिकतम-न्यूनतम सीमा, उसकी बुकिंग और दूसरे स्थान पर पहुंचाने की समयसीमा ऑनलाइन पता चलेगी। सामान बुक होने व निर्धारित स्थान पर पहुंचने की ट्रैकिंग भी आसानी से की जा सकेगी।
यहां बनेंगे डिपो
दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर: दुहाई और मोदीपुरम
दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर: मुरथल और पानीपत
दिल्ली-एसएनबी कॉरिडोर: धारूहेड़ा