गंगाजल आपूर्ति ठप होने से शहर में हाहाकार
प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल वाली सड़क पर मुख्य पाइप लाइन फटने से शहर में गंगाजल की आपूर्ति ठप हो गई। पूरे दिन जलकल विभाग की टीम मरम्मत में जुटी रही लेकिन देर शाम तक जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी। इससे आधे शहर में पीने के पानी के लिए हाहाकार मच गया। लोग पीने के पानी को तरस गए। मेरठ
जेएनएन, मेरठ । प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल वाली सड़क पर मुख्य पाइप लाइन फटने से शहर में गंगाजल की आपूर्ति ठप हो गई। पूरे दिन जलकल विभाग की टीम मरम्मत में जुटी रही, लेकिन देर शाम तक जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी। इससे आधे शहर में पीने के पानी के लिए हाहाकार मच गया। लोग पीने के पानी को तरस गए।
मंगलवार सुबह पीएल शर्मा जिला अस्पताल वाली सड़क पर गंगाजल की आपूर्ति करने वाली मुख्य पाइप लाइन फट गई। इसके बाद पानी सड़क पर भर गया। नगर निगम टाउन हाल स्थित रिजर्व वाटर टैंक से आपूर्ति बंद कराने के लिए लोग दौड़ पड़े। सुबह साढ़े दस बजे रिजर्व वाटर टैंक के वॉल्ब बंद करवाने के साथ जलकल विभाग के इंजीनियर भी पंपिंग सेट, सीवर जेटिंग मशीन के साथ मौके पर पहुंचे। मरम्मत कार्य से पहले पाइप लाइन में भरे लाखों लीटर गंगाजल को पंपिंग सेट के जरिए नाले में बहाया गया। दोपहर दो बजे तक यह काम हुआ। इस स्थान से 14 इंच, 12 इंच और छह व चार इंच की पाइप लाइने गुजरती हैं। इसमें से 14 और 12 इंच की पाइप लाइने फट गई र्थी। शाम सात बजे मुख्य पाइप लाइन को जोड़ने के साथ जलापूर्ति प्रारंभ की गई, लेकिन तीसरी पाइप लाइनें भी दगा दे गई। फौरन जलापूर्ति रोक दी गई। इसके बाद इनकी मरम्मत में जलकल की टीम जुटी रही।
बूंद-बूंद पानी को तरस गए लोग
भोला की झाल से शहर को प्रतिदिन 25 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति की जाती है। इसके लिए टाउन हाल, सर्किट हाउस, शर्मा स्मारक और विकासपुरी में रिजर्व वाटर टैंक हैं। इन सभी की जलापूर्ति रोकनी पड़ी। जिससे खैरनगर, कोटला बाजार, घंटाघर का पूरा क्षेत्र, बुढ़ाना गेट, इंद्रा चौक, जलीकोठी, पूर्वा अहमद नगर, पीएल शर्मा जिला अस्पताल, महिला जिला अस्पताल, बेगमपुल क्षेत्र समेत करीब आधा शहर पीने के पानी को तरस गया। लोगों को पानी की बोतलें खरीदनी पड़ी तो पड़ोस में सबमर्सिबल पंप खोजने पड़े। लोग देर शाम तक जलापूर्ति बहाल होने का इंतजार करते रहे।
टेलीफोन लाइन भी काटनी पड़ी
मुख्य पाइप लाइन के समीप से गुजर रहीं टेलीफोन लाइन मरम्मत के दौरान बाधा बन गई। इसके चलते टीम को उन्हें काटना पड़ा। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने उन्हें जोड़ा गया। जलापूर्ति के साथ घंटाघर क्षेत्र के लोगों को लैंड लाइन सुविधा भी मयस्सर नहीं हुई। पाइप लाइन के ज्वाइंट पर लगे कॉलर और रबड़ काफी पुराने हो गए थे। ये पानी के दबाव को बर्दाश्त नहीं कर पाए। दो मुख्य पाइप लाइन फटने से सुधार कार्य में देरी हुई। रात में मरम्मत कार्य पूरा करने के साथ जलापूर्ति की टेस्टिंग के बाद आपूर्ति बहाल की जाएगी।
पंकज कुमार, अवर अभियंता, जलकल विभाग।