संत विहार के लोगों ने दी चेतावनी कि डेयरी हटाओ नहीं तो करेंगे आंदोलन
शहर से डेयरी हटाने के अभियान में हो रही खानापूर्ति को लेकर लोगों ने विरोध दर्ज किया।
मेरठ,जेएनएन। शहर से डेयरी हटाने के अभियान में हो रही खानापूर्ति को लेकर लोगों ने भी आवाज उठानी शुरू कर दी है। शनिवार को संत विहार से नगर निगम बड़ी संख्या में पहुंची महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। कहा कि मुहल्ले से डेयरी हटाओ नहीं तो आंदोलन करेंगे।
महिलाओं ने पहले नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर हंगामा किया। इसके बाद अपर नगर आयुक्त अमित कुमार सिंह के कार्यालय पहुंची। महिलाओं ने बताया कि कंकरखेड़ा संत विहार में कई डेयरियां संचालित हो रही हैं। पांच दिन पहले नगर निगम की टीम गई थी। लेकिन डेयरी नहीं हटाई। इससे पहले भी कई बार टीम आ चुकी है। अपर नगर आयुक्त से पूछा कि आखिर डेयरियों को हटाया क्यों नहीं जा रहा है। महिलाओं ने बताया कि डेयरी के चलते रहना दुश्वार है। घरों के सामने गोबर के ढेर लगा देते हैं। एक महिला ने बताया कि डेयरी का गोबर हटाने के लिए 30 हजार रुपये खर्च किए हैं। अपर नगर आयुक्त ने फौरन प्रवर्तन दल अधिकारी राजकुमार बालियान को फोन लगाया। निर्देश दिया कि 23 अगस्त तक संत विहार की सभी डेयरियों को हटाने की कार्रवाई कर अवगत कराया जाए। इस पर महिलाओं ने कहा अगर 23 तारीख तक डेयरियां नहीं हटी तो वह नगर निगम में आंदोलन करेंगी। अजंता कालोनी और जागृति विहार में चलाया डेयरी हटाओ अभियान
मेरठ : शहर से डेयरी हटाने के अभियान के दौरान सैन्य अधिकारियों के प्रवर्तन दल ने दो डेयरियों से पशु जब्त कर सूरजकुंड स्थित अस्थाई गोशाला में भेज दिए। इस दौरान डेयरी संचालकों ने विरोध भी किया। कई डेयरी संचालकों को रविवार सुबह 10 बजे तक पशु हटाने का अल्टीमेटम भी दिया गया।
शनिवार को प्रवर्तन दल ने अजंता कालोनी और जाग्रति विहार में डेयरियों के खिलाफ अभियान चलाया। अजंता कालोनी में डेयरी संचालक प्रताप के यहां से एक भैंस और डेयरी संचालक अमन के यहां से दो गायों को जब्त कर कैटल वाहन से सूरजकुंड स्थित अस्थाई गोशाला भेज दिया गया। पशु जब्त करने के दौरान डेयरी संचालकों ने विरोध किया तो प्रवर्तन दल ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। यहां से प्रवर्तन दल जागृति विहार पहुंचा। प्रवर्तन दल का नेतृत्व कर रहे शक्ति सिंह मलिक ने बताया कि दोनों ही स्थानों पर डेयरी संचालकों को रविवार सुबह 10 बजे तक पशु शहर से बाहर शिफ्ट करने का अल्टीमेटम दिया गया है। निर्धारित अवधि तक पशु बाहर नहीं होते हैं तो डेयरियों से पशु जब्त कर लिए जाएंगें।