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खिलाड़ियों के खेल ने खोले डीयू में दरवाजे

मेरठ । खेल को बढ़ावा देने के लिए स्कूल से लेकर कॉलेज की शिक्षा तक खिलाड़ियों को तव्वजो

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jul 2019 04:00 AM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 06:22 AM (IST)
खिलाड़ियों के खेल ने खोले डीयू में दरवाजे
खिलाड़ियों के खेल ने खोले डीयू में दरवाजे

मेरठ । खेल को बढ़ावा देने के लिए स्कूल से लेकर कॉलेज की शिक्षा तक खिलाड़ियों को तव्वजो दी जा रही है। माता-पिता भी खेल के महत्व को समझने लगे और बच्चों को खेल में आगे बढ़ा रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय यानी डीयू के कॉलेजों में देश भर के टॉपर्स दाखिले के लिए कतार में रहते हैं। कई ज्यादा कटऑफ वाले छात्रों को डीयू में दाखिला नहीं मिल पाता है लेकिन अंकों की दौड़ में पीछे रहने वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता मिल रही है। डीयू के कॉलेजों में कुल सीट के सापेक्ष पांच फीसद सीटों पर विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों को दाखिला मिलता है।

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मेरठ के खिलाड़ियों को मिल रहा मौका

खेल में बेहतर ट्रेनिंग के लिए अक्सर खिलाड़ी दिल्ली में ही रहना चाहते हैं। इस बाबत 12वीं के बाद खिलाड़ी भी डीयू का रुख करते हैं। इस कड़ी में मेरठ के भी खिलाड़ियों को डीयू में दाखिले का मौका मिल रहा है। यूपी बोर्ड से 12वीं करने वाले बॉक्सिंग में इश्मीत सिंह और दीवान पब्लिक स्कूल के छात्र रहे भारोत्तोलन में युवराज सिंह को डीयू में दाखिला मिल गया है। बॉक्सिंग में अकेले इश्मीत सिंह को किरोड़ी मल कॉलेज में राजनीति विज्ञान ऑनर्स कोर्स में दाखिला मिला है। 75 किलो वर्ग में 14 बॉक्सरों में इश्मीत को पहली रैंक मिली। युवराज को शॉटपुट में बीए में शहीद भगत सिंह कॉलेज में दाखिला मिला है। खिलाड़ियों को कॉलेज चयन करने का अवसर भी मिलता है।

सीसीएसयू ने भी बढ़ाया स्पो‌र्ट्स कोटा

खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए इस सत्र से सीसीएसयू ने भी स्पो‌र्ट्स कोटे की सीट तीन फीसद से बढ़ाकर पांच फीसद कर दिया है। खेल कोटे में दाखिले के लिए इस साल यहां भी खिलाड़ियों का पूरा रुझान देखने को मिला। खिलाड़ियों को चयन प्रक्रिया और शारीरिक परीक्षण से भी गुजरना पड़ा है। जल्द ही सीसीएसयू में स्पो‌र्ट्स कोटे का रिजल्ट भी जारी किया जाएगा।

सीबीएसई खिलाड़ियों की अलग परीक्षा लेती है

अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के कारण कई खिलाड़ियों की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा छूट जाती है। ऐसे खिलाड़ियों को मदद पहुंचाने के लिए सीबीएसई ने भी पिछले साल से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को अलग से बोर्ड परीक्षा देने का मौका देना शुरू कर दिया है। बोर्ड परीक्षा के दौरान प्रतियोगिता में रहने वाले खिलाड़ी रिजल्ट जारी होने के पूर्व अपनी सुविधा के अनुरूप किसी भी समय अलग से बोर्ड परीक्षा में हिस्सा ले सकते हैं।


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