आइएमटी कॉलेज प्रकरण : मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री के कॉलेज से जांच समिति ने जमीन की रिपोर्ट मांगी Meerut News
साहिबाबाद में संचालित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के कॉलेज के प्रकरण में चौधरी चरण सिंह विवि की जांच समिति ने कालेज प्रबंधन से जमीन का रिकार्ड मांगा है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 11 Jul 2019 10:33 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jul 2019 10:33 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। साहिबाबाद में संचालित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के कॉलेज के प्रकरण में चौधरी चरण सिंह विवि की जांच समिति ने कालेज प्रबंधन से जमीन का रिकार्ड मांगा है।
1980 से संचालित है कॉलेज
गाजियाबाद का लाजपतराय पीजी कॉलेज चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध है। इस कॉलेज की संबद्धता वर्ष 1967 में लाजपतराय स्मारक महाविद्यालय सोसाइटी से ली गई थी। वर्तमान में लाजपतराय एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं। इस सोसाइटी से साहिबाबाद (गाजियाबाद) में 1980 से इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आइएमटी) संचालित है।
जमीन पर कब्जे का आरोप
गाजियाबाद के पार्षद राजेंद्र त्यागी ने वर्ष 1984 की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए विश्वविद्यालय से शिकायत की थी कि आइएमटी कॉलेज जिस जमीन पर चल रहा है, वह लाजपत राय पीजी कॉलेज के नाम से है। इसी जमीन पर कब्जा करके आइएमटी कॉलेज खड़ा कर दिया गया।
राजभवन से की थी शिकायत
राजभवन से शिकायत के बाद विश्वविद्यालय ने चार सदस्यीय टीम गठित की थी। कमेटी ने बुधवार को बैठक कर शिकायत का संज्ञान लिया। साथ ही लाजपतराय पीजी कॉलेज प्रबंधन से उस जमीन की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है, जिस पर कॉलेज संचालित है।
1980 से संचालित है कॉलेज
गाजियाबाद का लाजपतराय पीजी कॉलेज चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध है। इस कॉलेज की संबद्धता वर्ष 1967 में लाजपतराय स्मारक महाविद्यालय सोसाइटी से ली गई थी। वर्तमान में लाजपतराय एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं। इस सोसाइटी से साहिबाबाद (गाजियाबाद) में 1980 से इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आइएमटी) संचालित है।
जमीन पर कब्जे का आरोप
गाजियाबाद के पार्षद राजेंद्र त्यागी ने वर्ष 1984 की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए विश्वविद्यालय से शिकायत की थी कि आइएमटी कॉलेज जिस जमीन पर चल रहा है, वह लाजपत राय पीजी कॉलेज के नाम से है। इसी जमीन पर कब्जा करके आइएमटी कॉलेज खड़ा कर दिया गया।
राजभवन से की थी शिकायत
राजभवन से शिकायत के बाद विश्वविद्यालय ने चार सदस्यीय टीम गठित की थी। कमेटी ने बुधवार को बैठक कर शिकायत का संज्ञान लिया। साथ ही लाजपतराय पीजी कॉलेज प्रबंधन से उस जमीन की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है, जिस पर कॉलेज संचालित है।
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