शिक्षा का उजियारा..दूर करेगा बंदी महिलाओं का 'अंधियारा'
बंदियों के जीवन और सोच में बदलाव के लिए विभागों ने शुरू किया संयुक्त प्रयास
मेरठ। जिला कारागार में विभिन्न प्रकरणों में बंद महिला और उनके बच्चों की सहायता के लिए विभिन्न विभागों ने संयुक्त अभियान शुरू किया है। विभाग मिलकर महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, मानसिक परेशानी आदि को दूर करने के लिए कार्य करेंगे। इसके लिए जिला कारागार में विशेष रूप से अभियान चलाया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने जिला कारागार में बंद महिला और उनके बच्चों के जीवन में सुधार के लिए जागरूकता कार्यक्रम 17 मई को शुरू किया था। कार्यक्रम के तहत महिलाओं और बच्चों को शिक्षित करने के साथ मानसिक रूप से परेशान बंदियों को चिकित्सकों की मदद से उपचार करने, व्यवसायिक शिक्षा देकर काबिल बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। शनिवार को अभियान समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव चंद्र मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि कई विभागों द्वारा चलाए गए कार्यक्रम से महिला और बच्चों के जीवन में बदलाव आएगा और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। संबंधित विभाग महिला कैदियों के जीवन में सुधार के लिए लगातार कार्य करते रहेंगे। एबीएसए नगर एसके गिरि ने कहा कि जेल में बंद बंदियों की शिक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। कार्यक्रम में महिला एवं बाल कल्याण विभाग, एनजीओ, चाइल्ड लाइन आदि ने भी भागीदारी की। इस दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। विभाग द्वारा शुरू किये गए इस अभियान से बंदियों के जीवन और सोच में न केवल बदलाव आएगा, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। साथ ही इससे उन्हें आगे बढ़ने का मौका भी मिलेगा। यह अभियान बंदियों के बच्चों के जीवन में भी उजियारा करेगा।