प्रधानमंत्री का मुख्य सलाहकार बताकर बिल्डर से ठगे 18 लाख
खुद को प्रधानमंत्री का मुख्य सलाहकार बताकर ठगी करने के आरोपित को थाना रेलवे रोड पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
मेरठ । खुद को प्रधानमंत्री का मुख्य सलाहकार बताकर ठगी करने के आरोपित को थाना रेलवे रोड पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित ने एक बिल्डर को एमएलसी बनवाने का झांसा देकर उससे 17 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
रेलवे रोड थानाक्षेत्र के आनंदपुरी निवासी गौरव कपूर पुत्र अशोक कपूर भवन निर्माण व मीट एक्सपोर्ट का काम करते हैं। गौरव के मुताबिक, कंकरखेड़ा थानाक्षेत्र के डाबका गांव निवासी ब्रज कुमार मलिक से उनकी मुलाकात हुई। ब्रज कुमार ने खुद को प्रधानमंत्री का मुख्य सलाहकार बताया। कहा, वह प्रधानमंत्री का बेहद करीबी है, लिहाजा उन्हें एमएलसी बनवा सकता है। इसके एवज उसने कई किश्तों में गौरव कपूर से 16 लाख 90 हजार रुपये ले लिए, लेकिन एमएलसी नहीं बना।
रकम मांगने पर दी रंगदारी की शिकायत
एएसपी राम अर्ज ने बताया कि गौरव कपूर ने अपने पैसे वापस मांगे तो ब्रज कुमार टरकाने लगा। तकादे का दबाव बढ़ा तो गौरव कपूर पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत कर दी। एसएसपी ने मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा। क्राइम ब्रांच ने गौरव कपूर को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान ब्रज कुमार की फोन रिकार्डिग सुनवाई तो सारा मामला स्पष्ट हो गया। इसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को ब्रज कुमार को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी ने बताया कि गौरव कपूर की मां परवीन कपूर की तहरीर पर ब्रज कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज किया है। वह कितने और लोगों को निशाना बना चुका, पुलिस इसकी जांच कर रही है। फर्जी आइएफएस-आइएएस के बाद अब पीएमओ का फर्जी सलाहकार
-पहले भी हो चुका प्रधानमंत्री कार्यालय के नाम का इस्तेमाल
-अफसर व ऊंचे ओहदे पर बताकर सिस्टम को भी दिखा रहे ठेंगा
जासं, मेरठ : एक माह के अंदर फर्जी आइएफएस व आइएएस के पकड़े जाने के बाद अब फर्जी तौर पर प्रधानमंत्री का सलाहकार बनने का मामला सामने आया है। पहले भी पीएमओ में अधिकारी बताकर ठगी के साथ-साथ अधिकारियों को हड़काने के मामले सामने आए हैं।
बीते माह मेरठ कैंट के तिवारी क्वार्टर्स निवासी जोया खान ने लोगों को चौंका दिया था। जोया खान खुद को आइएफएस अधिकारी व यूएनओ में तैनात बताकर पुलिस कप्तानों से एस्कॉर्ट लिया करती थी। गौतमबुद्धनगर के कप्तान को हड़काने पर जांच शुरू हुई तो राज खुल गया। पुलिस ने गत तीन अप्रैल को जोया को पति समेत गिरफ्तार किया था। मेरठ की सिविल लाइन पुलिस ने भी जोया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद मेरठ की सिविल लाइन पुलिस ने ही 14 अप्रैल को हापुड़ निवासी सिद्धार्थ गौतम को गिरफ्तार किया। आइएएस बने लखनऊ निवासी सिद्धार्थ गौतम का नाम इस्तेमाल कर सिद्धार्थ ने खुद को आइएएस बताते हुए जगह-जगह अपना अभिनंदन कराया था।
पीएमओ के नाम लेकर अफसरों को किया फोन
पूर्व आइजी सुजीत पांडेय के पास पीएमओ का सचिव बताकर एक युवक ने फोन किया था। इससे कुछ वर्ष पूर्व मेरठ के एसडीएम रवीश गुप्ता ने भी पीएमओ के नाम पर फर्जी फोन करने वाले को भांप लिया था।
दिल्ली भी ले गया था ब्रज कुमार मलिक
प्रधानमंत्री का मुख्य सलाहकार बनकर 17 लाख रुपये ठगने वाला ब्रज कुमार मलिक दो बार गौरव कपूर को दिल्ली भी ले गया था। मेरठ से चलते समय कहा कि पीएमओ चलना है, लेकिन पीएमओ के बजाय किसी अन्य स्थान पर एक अधिकारी से मिलवाकर वापस ले आया। उक्त अधिकारी ने भी गौरव कपूर को उसका काम हो जाने का आश्वासन दिया था।
दो साल पहले हुई थी मुलाकात
पुलिस के मुताबिक, ब्रज कुमार सदर बाजार क्षेत्र में एक गैराज पर कार सर्विस कराने आता था। वहीं पर गौरव से उसकी मुलाकात हुई। ब्रज कुमार ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में मुख्य सलाहकार बताया तो गौरव उससे प्रभावित हो गया। इसके बाद घर पर आना जाना शुरू हुआ। एमएलसी बनने के एवज में मार्च 2018 से पैसों का लेन-देन शुरू हो गया।