महिलाओं को अभिमान का एहसास कराएंगे सखी बूथ
महिलाओं के लिए भी इस चुनाव में कुछ खास है। उनके लिए पिक बूथ की तर्ज पर सखी बूथ की व्यवस्था की जा रही है जो खासतौर पर महिलाओं के लिए होगा।
जागरण संवाददाता, मऊ : महिलाओं के लिए भी इस चुनाव में कुछ खास है। उनके लिए पिक बूथ की तर्ज पर सखी बूथ की व्यवस्था की जा रही है, जो खासतौर पर महिलाओं के लिए होगा। हालांकि यह भी छूट होगी कि कोई भी व्यक्ति यहां जाकर मतदान कर सके। इन बूथों में महिला मतदानकर्मी ही पूरी मतदान की प्रक्रिया संपन्न कराएंगी। महिलाएं यहां जाकर जहां भीड़ से बचते हुए सहूलियत भरे माहौल में मतदान कर सकती हैं वहीं अपने लिए अलग बूथ का होना उन्हें फील गुड का भी अहसास कराएगा। उम्मीद की जा रही है कि सखी बूथों से महिलाओं का मतदान प्रतिशत बढ़ेगा।
17वीं लोकसभा चुनाव में मतदाताओं में मतदान के प्रति उत्साह बढ़ाने को लेकर कई तरह के जतन किए हैं। जहां गांव-गांव, गली-गली जागरूकता रैलियां निकाली जा रही हैं तो बूथों पर भी मतदाताओं के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। ताकि मतदान के दिन लोकतंत्र के भाग्यविधाताओं को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। इस बार घोसी लोकसभा सीट पर भी सखी बूथ बनाए जा रहे हैं। लोस चुनाव में इस बार महिलाएं पोलिग बूथों की कमान संभालेंगी। हर विधानसभा के शहरी क्षेत्र में एक-एक सखी बूथ बनाए जाएंगे। इन बूथों पर पीठासीन अधिकारी से लेकर पूरा स्टाफ महिलाओं का होगा। महिलाओं को मतदान बढ़ाने और मतदान को लेकर उनके भीतर से डर निकालने के लिए सखी बूथ बनाए जाएंगे। अफसरों ने इस पहल को धरातल पर उतारने के लिए काम शुरू कर दिया है। इन बूथों पर महिला कर्मचारी ही मतदान कराएंगी। सखी पोलिग बूथ पर पीठासीन अधिकारी से लेकर पोलिग अधिकारी प्रथम, द्वितीय और तृतीय तक सभी महिलाएं ही होंगी। इन सखी बूथों को शहरी क्षेत्र में बनाया जाएगा। इन बूथों की सुरक्षा के लिए भी महिला कर्मियों की तैनाती पर विचार चल रहा है। इससे समाज में एक संदेश जाएगा कि महिलाएं मतदान तो करती हैं, साथ ही मतदान कराने में भी सक्षम हैं।
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