प्रत्येक बूथ पर महिला मतदान अधिकारी होंगी तैनात
17वीं लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग मतदाताओं की सहुलियत के लिए नए-नए इंतजाम कर रहा है। जहां मतदान फीसद बढ़ाने के लिए मतदाताओं को इवीएम व वीवीपैट से प्रशिक्षित किया जा रहा है तो मतदेय स्थलों पर विशेष सुविधाएं भी। हर बार की भांति जहां मतदेय स्थलों पर पानी शौचालय छांव आदि की व्यवस्था रहेगी तो आधी आबादी के लिए विशेष तैयारी भी की जा रही है। ताकि आधा आबादी घरों से निकले और लोकतंत्र के इस महापर्व पर बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाए।
जागरण संवाददाता, मऊ : 17वीं लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग मतदाताओं की सहूलियत के लिए नए-नए इंतजाम कर रहा है। वहां मतदान फीसद बढ़ाने के लिए मतदाताओं को इवीएम व वीवीपैट से प्रशिक्षित किया जा रहा है तो मतदेय स्थलों पर विशेष सुविधाएं भी। हर बार की भांति जहां मतदेय स्थलों पर पानी, शौचालय, छांव आदि की व्यवस्था रहेगी तो आधी आबादी के लिए विशेष तैयारी भी की जा रही है। ताकि आधा आबादी घरों से निकले और लोकतंत्र के इस महापर्व पर बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाएं। जिससे मतदान फीसदी को बढ़ाया जा सके और महिला मतदाताओं को मतदान करने में कहीं कोई दिक्कत नहीं आए।
इस बार के लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग ने पहली बार सभी बूथों पर मतदान अधिकारी द्वितीय के रूप में महिला कर्मचारियों को तैनात करेगा। अक्सर मतदान के महिलाओं के पहचान को लेकर तकरार की स्थिति पैदा हो जाती है। तमाम आरोप-प्रत्यारोप के दौर भी चलते हैं। ऐसे में महिला अधिकारी तैनात रहेंगी तो महिलाओं की जहां पहचान सुनिश्चित होगी वहीं महिला मतदाताओं को मतदान करने में आसानी भी होगी। आयोग की मानना है कि महिला अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती होने से बोगस वोटरों पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकेगी। इनसेट--
दिव्यांग वोटरों के लिए बनेगा अलग पोलिग बूथ
इस बार के लोकसभा चुनाव में दिव्यांग मतदाताओं को भी विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक बूथ दिव्यांगों के नाम होगा। इसकी खासियत यह होगी कि यहां सिर्फ दिव्यांग मतदाता ही मतदान करेंगे। इतना ही नहीं इस पोलिग बूथ पर तैनात सभी मतदान अधिकारी-कर्मचारी भी दिव्यांग ही होंगे। ऐसे मतदाताओं को बूथ तक ले जाने के लिए ह्वीलचेयर, रैंप, अंधे मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि की भी व्यवस्था होगी। इन मतदाताओं की सहायता के लिए एक दिव्यांग मित्र भी नियुक्त किया जाएगा। जिला निर्वाचन कार्यालय ने सभी तहसीलों से ऐसे मतदेय स्थलों की सूची तलब की है जहां दिव्यांग मतदाताओं की संख्या अधिक हो।