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दो युवकों की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर

रविवार की सुबह लोगों के लिए मनहूस खबर लेकर आया। आजमगढ़ जनपद के सेंहदा में हुए सड़क हादसे में बरात से लौट रहे सरसेना निवासी दो युवकों की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 07:43 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 09:10 PM (IST)
दो युवकों की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर
दो युवकों की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर

जागरण संवाददाता, चिरैयाकोट (मऊ) : रविवार की सुबह लोगों के लिए मनहूस खबर लेकर आया। आजमगढ़ जनपद के सेंहदा में हुए सड़क हादसे में बरात से लौट रहे सरसेना निवासी दो युवकों की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। जिसने भी इस घटना को सुना, अवाक रह गया। जिन दो परिवारों ने अपने बेटों को खोया, उनके अलावा जिस घर से बरात गई थी, वहां भी उल्लास की जगह मातम पसर गया। दोनों मृत युवाओं के घर लोगों की भीड़ जुट गई तथा रोने-चीखने की आवाजों से माहौल करुण हो गया। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल तीन लोगों का आजमगढ़ में इलाज चल रहा है।

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क्षेत्र के सिरसां गांव से रमेश सोनकर के पुत्र मजनू सोनकर की बरात शनिवार की शाम को आजमगढ़ जनपद के कोयलसा गई थी। वहां उसका विवाह नेउर सोनकर की पुत्री सरिता से तय था। रात में कुछ बराती भोजन आदि करने के बाद घर की ओर कुछ गाड़ियों से लौट पड़े। एक बोलेरो में भी पांच वयस्क व दो बच्चे सवार होकर वापस आ रहे थे। बोलेरो अभी कंधरापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सेंहदा गांव के पास पहुंची थी के सामने से आ रहे ते•ा ऱफ्तार डंफर ने सामने से टक्कर मार दिया। टक्कर इतनी भीषण थी के बोलेरो के परखचे उड़ गए, वहीं बोलेरो के ड्राइवर सरसेना निवासी 26 वर्षीय सुनील पुत्र दसई व मानपुर निवासी 40 वर्षीय सुरेंद्र सोनकर पुत्र शिवदरश उर्फ बवाली सोनकर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बोलेरो में सवार 26 वर्षीय रामअवतार सोनकर उर्फ घूरा, 28 वर्षीय साधु सोनकर, 35 वर्षीय टिल्ठू सोनकर गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं बोलेरो में सवार दो बच्चे बाल-बाल बच गए। घर के अकेले कमाऊ पुत्र थे मृतक

बरात से लौट रहे सुरेंद्र सोनकर व सुनील राम को नहीं पता था कि यह बारात उनकी आखिरी बरात होगी। दोनों अपने घर के अकेले कमाऊ पूत थे। 65 वर्षीय पिता शिवदर्श उर्फ बवाली सफाईकर्मी का काम करते हैं। मृतक सुरेंद्र सोनकर नगर के मछरहट्टा पर मछली बेच कर अपने परिवार का पेट पालता था, वहीं सुनील पेशे से ड्राइवर था। सुरेंद्र के परिवार में पत्नी सरोज बड़ा पुत्र राहुल (16), साहिल (14), रितिक (11) व एक पुत्री नंदिनी (9) वर्ष की है। माता-पिता की जिम्मेदारी भी मृतक पर ही थी।

बोलेरो ड्राइवर सुनील (28) का दो वर्ष पूर्व विवाह हुआ था। उसकी एक आठ माह की पुत्री है। दोनों परिवारों के इकलौते पुत्र की मौत से उनके परिवार के समक्ष आजीविका का भी संकट खड़ा हो गया। अब उनके परिवार का की देखरेख कौन करेगा, यह ¨चता सभी की जुबान पर था।


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