कोटेदार के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, प्रदर्शन
लाख कवायदों के बाद भी राशन वितरण प्रणाली में सुधार नहीं हो रहा है। तमाम दावों के बावजूद कोटेदार अपना खेल कर ही रहे हैं। मंगलवार को सदर तहसील के बबुआपुर गांव के ग्रामीणों ने कोटेदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सोमवार को राशन वितरण के दौरान ग्रामीणों व कोटेदार के बीच हुई मारपीट के बाद ग्रामीण उग्र हैं। एसडीएम को पत्रक सौंपे जाने के बाद कार्रवाई न होता देख मंगलवार को ग्रामीणों ने गांव के प्राथमिक विद्यालय पर उग्र आंदोलन छेड़ दिया।
जागरण संवाददाता, मऊ : लाख कवायदों के बाद भी राशन वितरण प्रणाली में सुधार नहीं हो रहा है। तमाम दावों के बावजूद कोटेदार अपना खेल कर ही रहे हैं। मंगलवार को सदर तहसील के बबुआपुर गांव के ग्रामीणों ने कोटेदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सोमवार को राशन वितरण के दौरान ग्रामीणों व कोटेदार के बीच हुई मारपीट के बाद ग्रामीण उग्र हैं। एसडीएम को पत्रक सौंपे जाने के बाद कार्रवाई न होता देख मंगलवार को ग्रामीणों ने गांव के प्राथमिक विद्यालय पर उग्र आंदोलन छेड़ दिया। देर शाम तक ग्रामीण अधिकारियों के मौके पर आने व कोटेदार पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे।
सदर तहसील के परदहां ब्लाक अंतर्गत बबुआपुर गांव के कोटेदार से सोमवार की सुबह राशन वितरण में गड़बड़ी को लेकर ग्रामीणों और कोटेदार के बीच कहासुनी के बाद मारपीट हो गई थी। इससे नाराज ग्रामीणों ने कोटेदार के विरुद्ध सदर तहसील पर जमकर प्रदर्शन किया था। साथ ही कोटेदार पर कम राशन का देने तथा राशन की कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए सदर एसडीएम डा. अंकुर लाठर को प्रार्थना प्रत्र देकर राशन की दुकान निरस्त करने की मांग की थी लेकिन कोटेदार पर तत्काल कारवाई न होने से गुस्साए ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह प्राथमिक विद्यालय पर धरना शुरू कर दिया। कोटेदार पर कारवाई तथा कोटा निरस्तीकरण के लिए सुबह नौ बजे से ही धरने पर बैठकर ग्रामीण प्रदर्शन करने लगे। आरोप लगाया कि ग्रामीणों के राशन वितरण में जमकर अनियमितता की जाती है। शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं होती। धरने में चंद्रभान, नगीना, धर्मेंद्र, जितेंद्र यादव, देवंती देवी, स्वाती देवी, सुनीता, शशिकला, पार्वती, उषा, छंगुरी, मीना आदि शामिल थीं।