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एसी, हीटर ऑन कर लांग ड्राइव पर जाना हो सकता है घातक

सर्दियों में हीटर व गर्मियों में कार से सफर करते वक्त अक्सर लोग एयर कंडीशन चला कर रखते हैं। ज्यादा लंबे सफर में चालक तो कार ड्राइव करता है लेकिन पीछे बैठे लोग कई बार सो जाते हैं। कार में इंजन के कारण कार्बन मोनोआक्साइड गैस इकठ्ठी हो जाती है जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में दम घुटने की वजह से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 07:06 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 09:39 PM (IST)
एसी, हीटर ऑन कर लांग ड्राइव पर जाना हो सकता है घातक
एसी, हीटर ऑन कर लांग ड्राइव पर जाना हो सकता है घातक

जागरण संवाददाता, मऊ : सर्दियों में हीटर व गर्मियों में कार से सफर करते वक्त अक्सर लोग एयर कंडीशन चला कर रखते हैं। ज्यादा लंबे सफर में चालक तो कार ड्राइव करता है लेकिन पीछे बैठे लोग कई बार सो जाते हैं। कार में इंजन के कारण कार्बन मोनोआक्साइड गैस इकठ्ठी हो जाती है जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में दम घुटने की वजह से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।

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पहले तो कार में रोजाना एसी व हीटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। समय-समय पर कार के कल-पुर्जो की जांच करानी चाहिए। ताकि समय से पता चल सके कि कौन सा पार्ट खराब है। अक्सर लोग लांग ड्राइव पर जाते समय कार को शीशे से पैक रखते हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। लगातार भीतर हीटर व एसी के इस्तेमाल से आक्सीजन की कमी हो जाती है। एयर कंडीशन के चलते सेहत को नुकसान

-एसी चलने के दौरान कार के शीशे बंद होते हैं जिससे सांस द्वारा छोड़ी कार्बन डाइ आक्साइड गैस भी कार के अंदर ही रहती है और इंजन से निकली मोनो आक्साइड गैस भी एसी के रास्ते कार में प्रवेश कर जाती है। इससे सांस लेने से शरीर में ये दोनों गैसें चली जाती हैं जो सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं।

- कार में मौजूद आक्सीजन सांस के साथ अंदर चली जाती है और कार्बन डाइ आक्साइड गैस ज्यादा हो जाती है जो धीरे-धीरे शरीर के अंदर चली जाती है। कार में सोए हुए व्यक्ति को इस बात का बिल्कुल ध्यान नहीं रहता कि उसके शरीर में आक्सीजन की कमी हो रही है।

- शरीर में कार्बन डाइ आक्साइड की मात्रा ज्यादा होने की वजह से व्यक्ति को सांस लेने में मुश्किल होती है और कई बार तो दम घुटने की वजह से मौत भी हो जाती है।

- एयर कंडीशन के दौरान कार में मोनोआक्साइड गैस इकट्ठी हो जाती है। इसकी गंध बहुत हल्की होती है जो सोया व्यक्ति महसूस नहीं कर पाता। ध्यान में रखने वाली बातें -

- कार में एसी चला कर सोने से पहले थोड़ा सा शीशा खोल लें जिससे साफ हवा कार के अंदर आएगी और सांस लेने में मुश्किल नहीं होगी।

- कार के एसी से अंदर तो ठंडा हो जाता है लेकिन इसकी वजह से इंजन काफी गर्म हो जाता है जिससे कई बार हादसा भी हो सकता है। इसलिए हर छह महीने के बाद कार के एयर कंडीशन को जरूर चेक करवाएं।

- कई बार कार की एसी अच्छी तरह ठंडक नहीं पहुंचाती या रुक-रुक कर चलता है तो ऐसे में तुरंत उसे बंद कर दें ताकि कोई हादसा न हो।

- लंबे सफर में जाना है तो हो सके कार के अंदर न सोएं। आराम करने के लिए किसी होटल या रेस्टहाउस में रुकें।

वर्जन...

वाहन को गैराज में चालू कर कतई उसमें न बैठे। गैराज में काफी ज्वलनशील पदार्थ मौजूद होते हैं, इससे बड़ा हादसा हो सकता है। वाहन स्वामियों को यह बातें वाहन खरीदते समय समझाई जाती हैं परंतु लोग ध्यान नहीं देते हैं। एसी चालू वाहनों में ही बच्चों को भीतर छोड़ देते हैं।

-अवधेश कुमार, एआरटीओ प्रशासन मऊ। वर्जन--

कार में हीटर ऑन करके छोड़ देने से भीतर का तापमान काफी बढ़ जाता है। इससे भीतर आक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। खासकर बूढ़ों और बच्चों को कतई कार का हीटर व एसी आन कर भीतर न छोड़ें।

- डा. ओपी ¨सह, वरिष्ठ फिजीशियन।


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