ई-टिकटिग से जुड़े तीन हैकर गिरफ्तार
एक साफ्टवेयर के माध्यम से आइआरसीटीसी की वेबसाइट में करते थे सेंधमारी - मास्टर माइंड की गिरफ्तारी के बाद मऊ पहुंची टीम ने दबोचा - बस्ती गोंडा व कप्तानगंज की आरपीएफ ने चलाया संयुक्त अभियान
जागरण संवाददाता, मऊ : रेलवे के तत्काल टिकटों की बुकिग में हेराफेरी करने वाले जिले के तीन हैकरों को शनिवार की देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया। हैकर एक साफ्टवेयर के माध्यम से आइआरसीटीसी की वेबसाइट में सेंधमारी कर टिकट बना लेते थे। बस्ती, गोंडा व कप्तानंगज की टीम ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर इन्हें गिरफ्तार किया। लंबे समय से ये ई-टिकटिग के कारोबार से जुड़े थे। तीनों की गिरफ्तारी से स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं। पकड़ में आए तीनों हैकरों में से अमित गुप्ता को मझवारा, नंदन गुप्ता को इंदारा तथा अब्दुर्रहमान को नदवासराय से संबंधित साफ्टवेयर के साथ गिरफ्तार किया गया है।
आरपीएफ प्रभारी मऊ डीके राय ने बताया कि मामले में सबसे पहले दिल्ली आरपीएफ ने गुलाम मुस्तफा नाम के एक हैकर को दिल्ली से गिरफ्तार किया। पूछताछ में गुलाम मुस्तफा ने बस्ती के कप्तानगंज निवासी हामिद अशरफ के माध्यम से साफ्टवेयर की खरीद-फरोख्त करने की जानकारी दी। वर्ष 2016 में बेंगलूरु सीबीआइ ने हामिद अशरफ को गिरफ्तार कर उसके ऊपर मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद वह देश के बाहर खाड़ी देशों में जाकर इंटरनेट के माध्यम से वहीं से अपना रैकेट चला रहा है। दिल्ली के हैकर गुलाम मुस्तफा से मिली जानकारी के आधार पर साफ्टवेयर लेने वाले एक-एक हैकरों की छानबीन और कार्रवाई की जा रही है। आरपीएफ प्रभारी डीके राय ने बताया कि मऊ जिले के तीनों हैकरों को गिरफ्तार करने से पहले टीम बिहार के सीतामढ़ी में एक हैकर की तलाश में पहुंची थी, लेकिन सीतामढ़ी से हैकर फरार हो गया। वहीं से मऊ जिले में हैकरों के होने की जानकारी मिली। इसी जानकारी पर कार्रवाई करते हुए आरपीएफ बस्ती, गोंडा व कप्तानगंज की संयुक्त टीम ने तीनों हैकरों को गिरफ्तार किया और शनिवार की शाम अपने साथ ले गई, जहां उनके विरुद्ध मुकदमा कायम कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस रैकेट के तार टेरर फंडिग, हवाला और मनी लांड्रिग से भी जुड़े बताए जा रहे हैं।