अभी कम नहीं हुई है सियासी सरगर्मी
कौन कितना पानी में हैं हमने उनका काम कर दिया है। बड़बोले लोगों को 24 अक्टूबर को पता चलेगा। मतदान के बाद हर क्षेत्र में लोगों द्वारा कुछ इसी तरह के जुमले उछाले जा रहे हैं।
जासं, घोसी (मऊ) : कौन कितना पानी में हैं, हमने उनका काम कर दिया है। बड़बोले लोगों को 24 अक्टूबर को पता चलेगा। मतदान के बाद हर क्षेत्र में लोगों द्वारा कुछ इसी तरह के जुमले उछाले जा रहे हैं। विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर तमाम तरह की रणनीति बनाई जा रही थी, लेकिन मतदान की समाप्ति के बाद भी लोगों की सियासी सरगर्मी कहीं से कम नहीं हुई। मतदान के बाद जीत हार को लेकर लगाए जा रहे अटकलों के कारण लोग उम्मीदों के भंवर में विचरण कर रहे हैं। आंकड़ों के तूफान के भंवर में डूबने उतराने वाले लोग किसी भी दशा में अपने उम्मीदवार को उन्नीस नहीं होने देना चाहते। विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मतदान बाद अटकलबाजियों का दौर सियासत का बाजार गर्म किए हुए है। हालांकि सबकी बेफिक्री एक नाम पर टिकी हुई है, बावजूद इसके दूसरे दलों के समर्थकों द्वारा समझाई जा रही गणित भी कुछ लोगों को सोचने को विवश कर दे रही है।