त्योहारी सीजन आते ही बाजार ने पकड़ी बूम
बाजारों में इस समय फेस्टिव सीजन की धूम है। पहले करवाचौथ व फिर दीवाली के लिए बाजार पूरी तरह तैयार हैं। इन अवसरों पर खास तौर पर फैशन बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। कपड़ों की दुकानें हों या फिर बुटीक या बड़े डिजाइनर्स हर जगह ग्राहकों का हुजूम देखने को मिल रहा है। हर कोई अपने पसंद के डिजाइन चलन के अनुसार बनवाना चाह रहा है। स्थिति यह है कि अब डिजाइनर्स इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास दीवाली तक समय नहीं है।
जागरण संवाददाता, मऊ : बाजारों में इस समय त्योहारी सीजन की धूम है। दीवाली के लिए बाजार पूरी तरह तैयार हैं। इन अवसरों पर खास तौर पर फैशन बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। कपड़ों की दुकानें हों या फिर बुटीक या बड़े डिजाइनर्स हर जगह ग्राहकों का हुजूम देखने को मिल रहा है। हर कोई अपने पसंद के डिजाइन चलन के अनुसार बनवाना चाह रहा है। स्थिति यह है कि अब डिजाइनर्स इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास दीपावली तक समय नहीं है। दूसरी ओर गृह सज्जा के सामानों की दुकानें भी सजने लगी हैं। दुकानदारों ने एक से बढ़कर एक किस्म की झालरों और इलेक्ट्रिक तथा इलेक्ट्रानिक सामानों के आर्डर दे दिए हैं। चाइनीज सामानों के विरोध के बावजूद उनकी आमद बाजार में शुरू हो गई है। बिजली से जलने वाले डिजाइनदार लैंप, लालटेंस व दीए दुकानदारों के यहां पहुंच गए हैं अथवा माल आर्डर में हैं। यहीं नहीं ग्राहकों की भीड़ भी बाजार में पहुंचने लगी है और चहल-पहल बढ़ गई है। दीपावली के ठीक बाद पड़ने वाला छठ पर्व भी पूर्वांचल का खासा ग्रैंड इवेंट बन चुका है। इस त्योहार के मद्देनजर भी महिलाएं इस बार फैशन के अनुरूप ड्रेस डिजाइन करवा रही हैं। फैशन में फिर से लांग कुर्ती और प्लाजा आ गए हैं। सालों पहले के इस फैशन को एक बार फिर युवतियां हाथों हाथ ले रही हैं। लोग ब्राइट रंगों में इस तरह के सूट व लहंगे सिलवा रहे हैं। महेश अग्रवाल के मुताबिक चंदेरी सिल्क, साटन व शिमॉय फैब्रिक इस समय चलन में हैं तथा इनकी मांग जोरों पर है। उनके मुताबिक ज्यादातर महिलाओं ने करवाचौथ के लिए परिधान इन्हीं में से बनवाए हैं और अब दीपावली व छठ पर्व की तैयारी है। उन्होंने बताया कि लांग कुर्ती व अनार कली सूट के अलावा लहंगे की भी मांग फिर से शुरू हो गई है। इन दिनों नेट वर्क भी चलन में है। उनके मुताबिक नेट के विभिन्न प्रकार के फैब्रिक नवयुवतियों के बीच काफी पसंद किए जा रहे हैं। कुछ लोग पैचवर्क व अन्य प्रकार की कढ़ाई भी पसंद कर रहे हैं। लाइट वेट लहंगों की मांग भी आने लगी है मगर यह ज्यादातर सामने आने वाले ब्राइडल सीजन को देखते हुए। इस बार चलन में आए लाइट वेट लहंगों को लोग खूब सराह रहे हैं। मात्र पांच हजार रुपए से शुरु हुए इन लहंगों में रंगों व डिजाइन के ढेरों विकल्प हैं। इस त्योहारों के सीजन में मेजेंटा, हरे, गुलाबी, ग्रीन, क्रीम, ब्लैक, व्हाइट सहित कई फ्लोरेसेंट रंग चलन में हैं। हालांकि फेस्टिव सीजन में इस रंग से बचा जाता है लेकिन इस बार देखने को मिल रहा है कि काले रंग को इस बार फैशन बाजार में काफी धूम मचाएंगे।