आया रोशन का त्योहार, रंग-बिरंगी झालरों से सजा बाजार
रोशनी के त्योहार दीपावली में अब दो दिन का समय शेष है। इसके लिए रंग-बिरंगी झालरों से बाजार सज गया है। महंगाई के बाद भी रंग-बिरंगी आर्टिफिशियल झालरों व दीपों से घरों को चमकाने की ललक युवाओं को इनकी ओर आकर्षित कर रही है।
जागरण संवाददाता, अदरी (मऊ) : रोशनी के त्योहार दीपावली में अब दो दिन का समय शेष है। इसके लिए रंग-बिरंगी झालरों से बाजार सज गया है। महंगाई के बाद भी रंग-बिरंगी आर्टिफिशियल झालरों व दीपों से घरों को चमकाने की ललक युवाओं को इनकी ओर आकर्षित कर रही है। सस्ती होने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोग चाइना की रंग-बिरंगी झालरों की खरीद पर जोर दे रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रो में रोशनी के पर्व दीपावली के त्योहार की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दीपोत्सव पर जगमगाने वाली रंग-बिरंगी झालरों से बाजार सज गया है। बाजारों में इलेक्ट्रिक मोमबत्ती, दिया और कलश की भी जबरदस्त मांग है। किफायती दामों में खूबसूरत डिजाइनर झालरें भी युवाओं को लुभा रही हैं। युवा दुकानों में पहुंचकर अपनी-अपनी पसंद की झालरें खरीद रहे हैं। इंदारा, अदरी, पहसा, कसारा आदि बाजारों में झालरों की खरीदारी के लिए अभी से युवाओं की भीड़ जुट रही है। इससे देर रात तक बाजार रोशन होने लगे हैं। दुकानें में सीरियल से लगे दीपक हों या फिर मोमबत्ती वाली झालरें अथवा रंग-बिरंगें बल्ब से सुसज्जित झालरें, इन्हें मकानों पर सजाने के लिए युवा आतुर हैं। इंदारा के विक्रेता हरिनरायन सिंह, हरिओम गुप्ता, संतोष कुमार आदि ने बताया कि बाजार में 200 से 500 रुपये में इलेक्ट्रिक दीप मालाएं बिक रही हैं। जबकि इंडियन झालर सौ से 160 रुपए में मल्टी झालर 3 सौ रुपए में, पाइप झालर 190 रुपए में, एलइडी देशी झालर 190 रुपए में बाजार में उपलब्ध है। युवाओं को घूमने वाली दीपमालाएं खासी आकर्षित कर रही हैं। इसके अलावा फूल वाली, लीची वाली, बेर वाली, लैंप वाली, अंगूर वाली झालरें तथा घूमने वाले रंग बिरंगे बल्व भी बाजार में आकर्षण का केंद्र बने हैं।