खिले शराबियों के चेहरे, पहुंचे मयखाने में
फोटो ..17 .खिले शराबियों के चेहरे पहुंचे मयखाने में
जागरण संवाददाता, मऊ : कोरोना के संक्रमण से पिछले लगभग डेढ़ माह से बंद शराब की दुकानों को रविवार की देर रात आदेश आते ही शराबियों के चेहरे खिल उठे। सुबह उठने के बाद वह 10 बजे का इंतजार करने लगे। शराब की दुकानें खुलते ही वह शारीरिक दूरी का पालन करते हुए शराब खरीदने में जुट गए। यही नहीं शराब कारोबारी अपनी-अपनी दुकानों के सामने गोले बनाकर खड़े करने की हिदायत देते रहे। लोगों की भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया। शराबी भी इसका बखूबी पालन करते देखे गए।
घोसी प्रतिनिधि के अनुसार चौदह दिनों के लिए लॉकडाउन की अवधि भले ही बढ़ा दी गई है पर सोमवार से हरेक जोन के जिलों के लिए दी गई छूट को लेकर स्थिति स्पष्ट न हो सकी। सोशल मीडिया पर रविवार की रात से ही आ रही सूचनाएं सुबह 10 बजे तक भ्रामक साबित हो गईं और गोलमाल की रही स्थिति काफी हद तक स्पष्ट हो सकी। दरअसल केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने ग्रीन एवं आरेंज जोन के लिए पूर्व में दी गई रियायतों का दायरा बढ़ाया अवश्य है पर इनके लागू किए जाने के लिए परिस्थिति एवं संभावना को दृष्टिगत जिलाधिकारी को अंतिम निर्णय लेने का अधिकार दिया है। उधर सोशल मीडिया पर कोई दिल्ली का हवाला देते हुए कपड़े की दुकान तो कोई मीट की दुकान तो कोई रोस्टर के अनुसार बाजार में अलग-अलग श्रेणी की दुकानों को खोले जाने की सूचना प्रसारित करने लगा। हरेक जिले में अलग-अलग नियम होने के बावजूद अन्यत्र जिलों में दी जाने वाली छूट को मऊ में भी लागू किए जाने की झूठी खबरें प्रसारित होने लगीं। स्थिति यह कि तमाम दुकानदार मीडिया से जुड़े लोगों से वास्तविक स्थिति की जानकारी लेने को संपर्क करने लगे। उनका तर्क के साथ सवाल रहा कि यदि मदिरा की दुकान खुल सकती है तो पानी-सिगरेट की भी खोले जाने की अनुमति होगी। सोशल मीडिया इस आग में सुबह तक घी डालता रहा। बहरहाल अरसे बाद सोमवार को 10 बजे मदिरा दुकानें खुलते ही अंगूर की बेटी की दीवाने स्वअनुशासन का पालन करते हुए बने गोले में खड़े हो गए। कुछ स्थानों पर तो मदिरा की दुकान सुबह 10 बजते ही खुल गई, जबकि कुछ स्थानों पर दोपहर बाद शटर उठा। कुछ अनुज्ञापी पूर्व में ही स्टाक शून्य कर मदिरा प्रेमियों को बैरंग वापस भी किए।