तराईडीह में होगी औषधीय वनस्पतियों की खेती
तराईडीह के नागरिक अब पारंपरिक खेती के साथ ही औषधीय वनस्पतियों की भी खेती करेंगे। मंगलवार को शक्ति सेवा संस्थान के सचिव विनोद राय ने ग्राम प्रधान रामचंद्र की अध्यक्षता में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों को नेचुरोपैथी की जानकारी दी।
जासं, घोसी (मऊ) : स्थानीय क्षेत्र के ग्राम तराईडीह के नागरिक अब पारंपरिक खेती के साथ ही औषधीय वनस्पतियों की भी खेती करेंगे। मंगलवार को शक्ति सेवा संस्थान के सचिव विनोद राय ने ग्राम प्रधान रामचंद्र की अध्यक्षता में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों को नेचुरोपैथी की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीणों से हर्बल वनस्पतियों की खेती का संकल्प लिया। श्री राय ने रासायनिक उर्वरक की बजाय जैविक उर्वरक का प्रयोग करने की सलाह दी। रासायनिक उर्वरक से मानव शरीर पर कुप्रभाव पड़ाने का विस्तृत वर्णन करते हुए इसके प्रयोग से दूर रहने को कहा। हरी खाद के प्रयोग से उत्पादन में वृद्धि के साथ ही जमीन की उर्वरा क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है। चौपाल में उदयनरायन राय, मणिधर पांडेय, रामवृक्ष प्रसाद, भिखारी प्रसाद, दुखंती राम, धर्मदेव राय, रामअशीष यादव, प्रदीप कुमार एवं संतोष कुमार आदि उपस्थित रहे।