अभी भी तीन की हालत बनी हुई है नाजुक
स्थानीय नगर के मुहल्ला बिचलापुरा में बीते 14 अक्टूबर की सुबह हुए गैस विस्फोट की घटना में जहां 17 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं अभी भी तीन लोगों की हालत चिताजनक बनी हुई है। घायलों का उपचार वाराणसी के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। जबकि मंडलीय चिकित्सालय आजमगढ़ में भर्ती पांच लोगों के स्वास्थ्य में काफी सुधार होना बताया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, वलीदपुर (मऊ) : स्थानीय नगर के मुहल्ला बिचलापुरा में बीते 14 अक्टूबर की सुबह हुए गैस विस्फोट की घटना में जहां 17 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं अभी भी तीन लोगों की हालत चिताजनक बनी हुई है। घायलों का उपचार वाराणसी के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। जबकि मंडलीय चिकित्सालय आजमगढ़ में भर्ती पांच लोगों के स्वास्थ्य में काफी सुधार होना बताया जा रहा है।
नगर में हुई दिल दहला देने वाली घटना से जहां अभी भी नगर में सन्नाटा पसरा हुआ है, वहीं इस घटना में घायलों का उपचार के बाद धीरे-धीरे घर वापसी हो रही है। घायलों में पांच लोगों का उपचार आजमगढ़ मंडल अस्पताल में चल रहा है। इन लोगों के तबीयत में काफी सुधार बताया जा रहा है जबकि वाराणसी के ट्रामा सेंटर में भर्ती रीना पुत्री कन्हैया, मोना पुत्री स्व. छोटू विश्वकर्मा तथा कन्हैया की मां चमेली की हालत गंभीर बनी हुई है। इनकी तीन बेटियां व पत्नी कुल मिलाकर चार लोगों की मौत पहले ही हो चुकी है। छोटू की एक लड़की की भी मृत्यु हो चुकी है। हादसे के बाद से अब तक पीड़ितों के घर लगातार लोगों का आवागमन जारी है। कन्हैया अपनी मृतक बेटियों एवं पत्नी को नहीं भूल पा रहे हैं। जब कोई उनसे मिलने जा रहा है तो देख कर रोने लग रहे हैं। वहीं छोटू की पत्नी रीता को पति के मौत के बाद अब बेटी के जाने का गम भी सता रहा है। तुलसी के एक बेटा व एक बेटी तथा पत्नी के मौत के बाद मानों उनकी दुनिया ही उजड़ गई हो। पीड़ितों को 24 घंटे मनहूस घड़ी की याद दुख दे रही है।