जच्चा-बच्चा की मौत में स्वजन ने लगाया खानापूर्ति का आरोप
जासं वलीदपुर (मऊ) नगर के मोहल्ला काजीटोला स्थित एएनएम सेंटर पर बीते 22 अगस्त की देर रात
जासं, वलीदपुर (मऊ) : नगर के मोहल्ला काजीटोला स्थित एएनएम सेंटर पर बीते 22 अगस्त की देर रात लगभग दो बजे प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों की मौत का मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया। पीड़ित ने चिकित्सक अधीक्षक मुहम्मदाबाद गोहना एवं कोतवाली पुलिस को शिकायती पत्र देकर कार्यवाई के लिए गुहार लगाई थी। घटना के लगभग दो माह का समय बीतने को हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की गई है।
नगर से सटे मड़हा पट्टी गांव निवासी 36 वर्षीय मीरा पत्नी शंभू गर्भवती थीं। बीते 22 अगस्त की रात उसे दर्द होने पर गांव की आशा को परिवार वालों ने बुलाया। मीरा को स्वजन के साथ आशा नगर के प्रसव उपकेंद्र पर लेकर चली गई। पीड़ित परिवार का आरोप था कि एएनएम अक्सर गायब रहती हैं। एएनएम ने प्राइवेट में एक महिला को रखा है जो आकर डिलीवरी कराती है। इसके बदले मोटी रकम भी ली जाती है।
मीरा के स्वजन ने कुछ रुपये जमा कराकर उसे भर्ती कराया था। चार घंटे बाद उसे मृत बच्चा पैदा हुआ था। इसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी। आशा ने हालत गंभीर देखकर तुरंत मुहम्मदाबाद गोहना अस्पताल ले जाने की सलाह दी। स्वजन उसे ले जाने के लिए वाहन बुला रहे थे कि मीरा ने भी दम तोड़ दिया।
जच्चा-बच्चा की मौत का प्रकरण मेरे संज्ञान में है। इसकी जांच के लिए मैं खुद अपनी टीम के साथ गांव में पहुंचा था। गांव में करीब दो घंटे तक जांच किया। पीड़िता के घर भी गया और ग्रामीणों से भी काफी पूछताछ की। इसमें आशा की कोई गलती सामने नहीं आई। आशा गर्भवती महिला को जान बूझकर क्यों मारेगी। उसके शरीर में खून बहुत कम था। प्रसव के समय रक्तस्त्राव अधिक हो गया। एएनम उसे रेफर भी किया था लेकिन घरवाले नहीं लेकर गए। इससे महिला की मौत हो गई।
डा. दिनेश चंद्रा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी, मुहम्मदाबाद गोहना