कहीं शुद्ध पानी तो कहीं स्वच्छता की दरकार
जागरण संवाददाता, मऊ : ग्रामीण विकास पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। छतविहीन
जागरण संवाददाता, मऊ : ग्रामीण विकास पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। छतविहीन गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास, रोजगार के लिए मनरेगा, महिला स्वरोजगार के लिए एनआरएलएम, स्वच्छता के लिए शौचालय आदि तमाम योजनाएं संचालित हैं। इसके बावजूद गांवों में बहुतेरे की संख्या में गरीबों को लाभ नहीं मिल रहा है। गुरुवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न प्रहर में जिला विकास अधिकारी विजय शंकर राय से फोन इन कार्यक्रम में लोगों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई। हालांकि कार्यालय में ही जिला विकास अधिकारी ने शिकायतों का संज्ञान लेते हुए संबंधित खंड विकास अधिकारी को निर्देशित करते रहे। सवाल : कोपागंज कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे भातकोल मोड़ तक कहीं भी शौचालय नहीं हैं। जबकि इस मामले को लेकर जिलाधिकारी से लेकर संबंधित अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई थी।
जवाब : यह मसला नगर पंचायत से जुड़ा हुआ है। हालांकि यह मुद्दा विकास व स्वच्छता संबंधी है। इस मामले में नगर पंचायत अधिकारी से वार्ता की गई है। पंचायत सार्वजनिक जगह की तलाश कर रही है।
सवाल : ग्रामीण क्षेत्र के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही हैं, फिर भी गांवों में गरीबों की दशा सुधर नहीं रही है।
जवाब : गांवों में रोजगार, विकास, स्वच्छता, महिला स्वावलंबन, स्वास्थ्य, पेंशन आदि की योजनाएं संचालित हैं। सरकार के मानकों के आधार पर जो भी लाभार्थी पात्र पाए जाते हैं उन्हें इनका लाभ दिया जाता है। इसके बाद भी वास्तव में जो ग्रामीण पात्र हैं और उन्हें लाभ नहीं मिल रहा है वे खुली बैठक में अपना नाम रजिस्टर कराएं, पात्रों को लाभ जरूर दिया जाएगा। सवाल : बोझी, अमिला, घोसी आदि कई स्थलों पर इंडिया मार्का टू हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। शुद्ध पेयजल के लिए ग्रामीण परेशान है और रिबोर के नाम पर पैसे का दुरुपयोग होता है।
जवाब : संज्ञान में आने पर संबंधित खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया जा रहा है कि वे तत्काल हैडपंप को ठीक कराकर पेयजल आपूर्ति बहाल करें। सवाल : कसारा गांव में काफी लोग शौचालय से वंचित हैं। बन भी रहा है तो अधूरा पड़ा हुआ है।
जवाब : सभी गांवों को दो अक्टूबर तक संतृप्त करना है। बेसलाइन सर्वे में सूचिबद्ध लोगों को शौचालय देना है। इसकी जांच कराई जाएगी कि आखिर क्यों शौचालय लोगों को नहीं मिल पा रहा है। सवाल : ग्राम पंचायत अमारी में कई शौचालयों का गड्ढा खोदकर छोड़ा गया है। इसमें आए दिन पशु व बच्चे गिरकर चोटिल हो रहे हैं। विभाग व प्रशासन आखिर कब संज्ञान लेगा।
जवाब : यह घोर लापरवाही है। ऐसा नहीं होना चाहिए। खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया जा रहा है कि वे अधिकारी को मौके पर भेजकर तुरंत अधूरे शौचालय को पूरा कराएं और सभी सचिवों को निर्देशित करें कि कहीं ऐसे प्रकरण न आएं। इन्होंने किए सवाल--
रविशंकर गुप्ता कोपागंज, प्रेम नारायण जायसवाल हमीरपुर, विवेक कुमार राय घोसी, चंदन ब्रह्मयोगी कसारा, राजेंद्र राजभर अमारी, मनोज यादव पचिस्ता, दुर्गा सोनकर सरसेना।