समाजसेवी अजय का प्रयास सफल, शिवमंदिर तक बनेगी सड़क
प्रदेश के मुख्यमंत्री से तीन बार मिलने और दो वर्ष दौड़ने के बाद मिली सफलता - डेढ़ करोड़ की लागत से सड़क बनाने का हुआ शिलान्यास - दो दशक से इटौरा चौबेपुर के ग्रामीणों को थी सड़क की जरूरत
जागरण संवाददाता, मऊ : जिले के इटौरा चौबेपुर गांव में स्थित विख्यात शम्मे माता स्थान व शिवमंदिर तक जाने को लेकर रास्ते का अभाव दशकों से ग्रामीणों का सिरदर्द बना हुआ था। शिवमंदिर तक सड़क बने इसके लिए समाजसेवी अजय जायसवाल ने न सिर्फ संकल्प लिया, बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से तीन बार मिले और संकल्प को साकार कर दिखाया। शासन से लगभग डेढ़ करोड़ रुपये सड़क निर्माण के लिए अवमुक्त होने के साथ ही सड़क का जिला मुख्यालय से शिलान्यास भी हो गया है। सड़क को बनवाने में अजय को दशरथ मांझी की तरह ही दिनरात संघर्ष करना पड़ा।
संघर्ष की दास्तां ऐसी की शिवमंदिर व शम्मे माता स्थान तक जाने के लिए पगडंडी के अलावा कोई रास्ता गांव के नक्शे में भी दूर-दूर तक नहीं था। सड़क की बात जब भी होती लोगों के विवाद सामने आने लगते। भगवान शिव के उपासक समाजसेवी अजय जायसवाल ने इस सड़क को बनाने के लिए संघर्ष छेड़ दिया। काफी भागदौड़ के बाद चकबंदी विभाग की ओर से छह मीटर सड़क स्वीकृत कर दी गई। इसके बाद उद्योगपति व नीको ग्रुप के चेयरमैन बसंललाल शावजी के सौजन्य से कच्चा मार्ग बनाकर तैयार कर दिया गया। इसी कच्ची सड़क को पिच बनाने के लिए समाजसेवी ने भाजपा विधायक श्रीराम सोनकर से मिलकर प्रस्ताव तैयार कराया और स्वयं मुख्यमंत्री से मिलने लगे। दो वर्ष की भागदौड़ के बाद अंतत: डेढ़ करोड़ रुपया शासन से सड़क निर्माण के लिए स्वीकृत कर दिया गया। बीते एक मार्च को जिला मुख्यालय पर जैसे ही पीडब्ल्यूडी मंत्री के प्रतिनिधि, सांसद हरिनारायन राजभर, वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान, एमएलसी यशवंत सिंह, विधायक श्रीराम सोनकर के प्रतिनिधि संजय तिवारी आदि की उपस्थिति में सड़क का शिलान्यास हुआ, हजारों ग्रामीण खुशी से झूम उठे।