जर्जर विद्युत तार बना हादसे का सबब
दशकों पूर्व लगे विद्युत तारों के जर्जर होने से आए दिन तार टूटकर गिरते रहते हैं। इससे सबसे बड़ी ग्राम पंचायत में हादसे की संभावना बनी रहती है।
जासं, दोहरीघाट (मऊ) : ब्लाक की सबसे बड़ी ग्रामसभा गोठा में सन 1962 में विद्युतीकरण हुआ था। तबसे आज तक विद्युत के तार और खंभे बदले नहीं गए हैं। जर्जर विद्युत तार के बदौलत 20 हजार की आबादी वाला गोंठा गांव विद्युत सप्लाई से वंचित है। बार-बार बिजली के तार टूटकर गिरते रहते हैं। इससे कई हादसे हो चुके हैं। गुरुवार की सायंकाल गोठा गांव में बखरी राय के घर से और विजय पंडित के घर तक विद्युत का तार टूट कर गिर गया। इससे सड़क पर जा रहे दो राहगीर जख्मी हो गए। आनन-फानन विद्युत सप्लाई बंद की गई। तब जाकर लोगों को राहत मिली।
जर्जर तार के चलते कृषि मंडी के समीप भी कई बार तार टूट चुके हैं। सड़क पार कृषि मंडी में जो तार जा रहा है वह दर्जनों जगह जोड़ा गया है। गोंठा गांव में राही पर्यटक आवास गृह जहां पर विदेशी भी आते हैं, बाजार भी लगती है उस गांव में विद्युत के जर्जर तार से कभी भी हादसा हो सकता है। विद्युत विभाग का ध्यान अपेक्षित है। आलम यह है कि तारों को एक तार से दूसरे तार के बीच बांस की फट्ठियां लगाकर जोड़ा गया है।