विज्ञान के ज्ञान से बच्चे बनेंगे एपीजे कलाम
जागरण संवाददाता, मऊ : विज्ञान आधारित प्रतियोगिताओं से बच्चों में कम उम्र में ही विज्ञान की अच्छी सम
जागरण संवाददाता, मऊ : विज्ञान आधारित प्रतियोगिताओं से बच्चों में कम उम्र में ही विज्ञान की अच्छी समझ विकसित होने लगती है। यही बच्चे अपने ज्ञान को लगातार सीखने की क्षमता से समृद्ध करके एक दिन डा.होमी जहांगीर भाभा और डा.एपीजे अब्दुल कलाम जैसा वैज्ञानिक बनते हैं और पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करते हैं। यह बातें मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा आयोजित बेसिक शिक्षा परिषद की राष्ट्रीय आविष्कार अभियान प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देते हुए जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने कहीं।
डीएवी इंटर कालेज में आयोजित इस प्रतियोगिता के तहत प्रश्न प्रतियोगिता, चित्रकला, निबंध लेखन तथा गणित एवं विज्ञान माडल प्रदर्शन प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिता से बच्चों को स्वयं को समाज में स्थापित करने एवं राष्ट्र निर्माण में योगदान करने की क्षमता विकसित होती है। डायट प्राचार्य आरसी ¨सह यादव एवं डीएवी के प्रधानाचार्य देव भास्कर तिवारी ने कहा कि विज्ञान के ज्ञान के बिना शिक्षा अधूरी है। बच्चों में बचपन से ही विज्ञान के प्रति प्रेरित करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन ज्ञानेंद्र मिश्र ने किया। इस अवसर पर ऋषिकेश पांडेय, जनपद माडल रूपेश पांडेय, जिला संदर्भदाता चंद्रापीड मिश्र, जिला व्यायाम शिक्षक सहेंद्र ¨सह, डीसी प्रशिक्षण गजेंद्र ¨सह, अमरेंद्र ¨सह एवं समस्त खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे। इनसेट :
ये रहे टापर
गणित-विज्ञान प्रतियोगिता में संगम प्रथम, अमित यादव द्वितीय एवं राधा यादव ने तीसरा स्थान लाया। चित्रकला में ज्योति विश्वकर्मा प्रथम, अंशु साहनी द्वितीय एवं निहारिका ने तृतीय स्थान लाया। माडल में गुलशन यादव प्रथम, रोशन कुमार द्वितीय तथा रवि किशन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निबंध में निखिल कुमार ने प्रथम, खुशबू भारती ने द्वितीय तथा संजय चौहान ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।