टीकाकरण न करवाने वाले स्कूलों, मदरसों की मान्यता होगी रद्द
खसरा एवं रूबैला टीकाकरण अभियान से बच्चों को आच्छादित कराने से जो शिक्षण संस्थान अपने यहां मना करें, उनको चिह्नित कर तत्काल उसकी मान्यता रद्?द कर दी जाय। यह सख्त आदेश जिलाधिकारी प्रकाश ¨बदु ने शनिवार को सभी उपजिलाधिकारियों व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को दिए। वे इस अभियान की समीक्षा बैठक में खराब प्रगति मिलने पर बुरी तरह नाराज थे।
जागरण संवाददाता, मऊ : खसरा एवं रूबैला टीकाकरण अभियान से बच्चों को आच्छादित कराने से जो शिक्षण संस्थान अपने यहां मना करें, उनको चिह्नित कर तत्काल उसकी मान्यता रद्द कर दी जाय। यह सख्त आदेश जिलाधिकारी प्रकाश ¨बदु ने शनिवार को सभी उपजिलाधिकारियों व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को दिए। वे इस अभियान की समीक्षा बैठक में खराब प्रगति मिलने पर बुरी तरह नाराज थे।
उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि जिस स्कूल में टीकाकरण की प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है, उसका प्रमाण पत्र स्कूल के प्रधानाचार्य से निश्चित रूप से लें। जितने भी गांवों मे बच्चों का टीकाकरण हो गया है उनकी सूची तथा जो वंचित रह गए हैं उनकी भी सूची प्रस्तुत करें। इस अभियान में जल्द से जल्द सुधार नहीं आए तो सभी संबंधित लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। जिस भी स्कूल एवं मदरसों के प्रधानाचार्य टीकाकरण करने से मना करते हैं, उनकी मान्यता रद्द कर दी जाय। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही यह एक अहम योजना है जो बच्चों के भविष्य के लिए बेहद जरूरी है। इन टीकों के समय पर न लगने से बच्चे को खसरा, टाइफाइड, पोलियो और मरस जैसी खतरनाक बीमारियां होती सकती हैं। इसलिए समय-समय पर बच्चों को टीका अवश्य लगाना चाहिए। रूबैला के उपचार के लिए कोई निश्चित इलाज नहीं। इस रोग बचाव के लिए टीकाकरण ही एक मात्र उपाय है।