कूड़ा गिराकर पाटी जा रही पोखरी
तेजी से नीचे की तरफ खिसकता भूमिगत जलस्तर जनजीवन के लिए चिता बना हुआ है। भूमिगत जलस्तर में सुधार के लिए जहां सरकार गांव एवं कस्बा स्थित पोखरियों तालाबो का सुंदरीकरण करने पर तुली है ताकि जहां जल को संरक्षित किया जा सके तथा गंदगी को भी दूर किया जाए।
जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : तेजी से नीचे की तरफ खिसकता भूमिगत जलस्तर जनजीवन के लिए चिता बना हुआ है। भूमिगत जलस्तर में सुधार के लिए जहां सरकार गांव एवं कस्बा स्थित पोखरियों, तालाबो का सुंदरीकरण करने पर तुली है ताकि जहां जल को संरक्षित किया जा सके तथा गंदगी को भी दूर किया जाए। जिससे पानी स्वच्छ रहे। वहीं कुर्थीजाफरपुर स्थित पोखरी अतिक्रमण का शिकार हो गई है। देखने पर लगता है कि यह पोखरी न होकर कूड़े का गड्ढा है। चारो तरह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। पूरे कस्बे का कूड़ा डालकर उसे और वीभत्स कर दिया गया, केंद्र सरकार के स्वच्छता मिशन की धज्जियां उड़ा रहा है।
क्षेत्र के कुर्थीजाफरपुर स्थित पोखरी अतिक्रमण का शिकार हो गई है। पूरे कस्बे के घरों का कूड़ा उसमे गिरा दिया जाता है। इससे जहां पोखरी के चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है, वहीं अगल-बगल के परिवारों को जीना दूभर हो गया है। गंदगी चारों तरफ फैलकर आसपास के लोगों के लिए रोग का कारण बन गया है। पोखरी के चारों तरफ घनी आबादी है। लोगों ने कई बार इसकी शिकायत ब्लाक पर की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है कि पोखरी में कूड़ा गिराना बंद नहीं हुआ तो उच्चाधिकारियों से मिलकर शिकायत करेंगें। नोमान, ़फूरकान, मजहर, समीम अहमद, उमैर अहमद, इमरान, नदीम अहमद, नजीर अहमद आदि ने पाटी जा रही पोखरी का विरोध करते हुए कहा है कि सरकार स्वच्छता को लेकर अनेक योजनाएं चला रही है, बावजूद इसके कुछ लोगों की वजह से योजना परवान चढ़ने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही है।