रात्रि ड्यूटी भत्ता को लेकर रेलकर्मियों का प्रदर्शन
जागरण संवाददाता मऊ रात्रि ड्यूटी भत्ता एवं डीए का भुगतान न बढ़ने एवं समय से न होने के का
जागरण संवाददाता, मऊ : रात्रि ड्यूटी भत्ता एवं डीए का भुगतान न बढ़ने एवं समय से न होने के कारण रेलवे कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के बैनर तले लामबंद रेल कर्मियों ने स्थानीय जंक्शन पर प्रदर्शन किया। इस दौरान अपनी पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में हुंकार भरते हुए रेल कर्मचारियों ने शीर्ष रेलवे प्रबंधन से उसे शीघ्र पूरी करने की मांग की।
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के शाखा मंत्री एम रहमान गार्ड ने कहा कि विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में भी रेल कर्मचारियों ने साहस और मजबूती के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है लेकिन जब उन्हें सुविधाएं देने की बात आती है तो शीर्ष रेलवे प्रबंधन की नीति टालमटोल की हो जाती है। यह किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। कहा कि पीएल बोनस का भुगतान जल्द किया जाना चाहिए। रात्रि भत्ता यदि 43600 से अधिक नहीं किया गया तो कर्मचारियों से रात्रि ड्यूटी न ली जाए। सरकार द्वारा फ्रीज किए गए डीए का भुगतान शीघ्र शुरू किया जाए। इस दौरान निजीकरण के विरोध में भी कर्मचारियों ने खूब नारेबाजी की। आवाज उठाई कि निजीकरण बंद कर रिक्त पदों पर कर्मचारियों की स्थाई नियुक्ति की जाए। 55 वर्ष या 30 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके कर्मचारियों को सेवा मुक्त करने की प्रक्रिया को भी रोकने की मांग की गई। इस अवसर पर गार्ड बीडी राम भारती, टीटीई परमहंस, विरेंद्र यादव, अवध बिहारी, सुमेश्वर राम, एके सिंह, आनंद नारायन, रामविलास यादव, संतोष यादव आदि उपस्थित थे।
मुहम्मदाबाद गोहना प्रतिनिधि के अनुसार आल इंडिया रेलवे स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के आह्वान मंगलवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। रेलवे कर्मी अपनी मांगों को लेकर छह दिवसीय आंदोलन शुरू किए हैं। कर्मचारियों का प्रदर्शन 26 अक्टूबर तक चलेगा। रेलकर्मियों की मांग है कि रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता तथा बोनस पहले की तरह दी जाय। इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक मुश्ताक अहमद, स्टेशन मास्टर सूर्यनाथ, गजाधर भगत, संतोष कुमार प्रसाद आदि कर्मचारी थे।