शक्ति से ही समाज एवं राष्ट्र की रक्षा संभव
सह प्रांत कार्यवाह सुरेश का मानना है कि समाज एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए देश का शक्ति संपन्न होना अनिवार्य है। पौराणिक काल से लेकर आज तक इसके अनेक प्रमाण मिलते हैं।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : सह प्रांत कार्यवाह सुरेश का मानना है कि समाज एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए देश का शक्ति संपन्न होना अनिवार्य है। पौराणिक काल से लेकर आज तक इसके अनेक प्रमाण मिलते हैं। वह शनिवार को स्वयंसेवक संघ के तत्वावधान में स्थानीय नगर में आयोजित शस्त्र पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
कहा कि नवरात्र में ही आदिशक्ति मां दुर्गा ने राक्षसों को मारकर धर्म की स्थापना किया। विजयादशमी के दिन ही प्रभु श्रीराम ने राक्षस कुल का सर्वनाश किया था। आज से 95 वर्ष पूर्व विजयदशमी के दिन ही संघ की स्थापना की गई थी। इन तमाम कारणों से संघ शस्त्रों का पूजन करता है। उन्होंने प्रभु श्रीराम के जीवन वृतांत को प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रबंधक कुशल हो तो भील, बंदर एवं भालू भी मायावी राक्षसों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। पूर्व प्राचार्य डा. करुणानिधान उपाध्याय की अघ्यक्षता एवं जिला कार्यवाह की उपस्थिति में कोविड-19 के नियमों का अनुपालन करते हुए प्रतीकात्मक शस्त्र पूजन हुआ। सभी ने भारत को परमवैभव तक ले जाने का संकल्प लिया। डा. मनोज, अजय बहादुर, प्रशांत, कृष्णमोहन, राजेश, गुलाब आर्य, प्रमोद राय एवं महेंद्र तिवारी आदि ने भाग लिया।