कटान रोकने को 11 करोड़ की परियोजना स्वीकृत
कटान रोकने को 11 करोड़ की परियोजना स्वीकृत
जागरण संवाददाता, सूरजपुर (मऊ) : मधुबन तहसील क्षेत्र अंतर्गत सूरजपुर में कई वर्षों से घाघरा से हो रही कटान रोकने के लिए क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान व उनके प्रतिनिधि शिवप्रकाश उपाध्याय की पहल से 11 करोड़ रुपये की परियोजना का स्वीकृति मिली है। इस धनराशि से सूरजपुर में घाघरा नदी के तट पर रामजानकी मंदिर से रसूलपुर मोर्चा डीहबाबा के स्थान तक ठोकर निर्माण का काम भी शुरू हो गया है। इससे सूरजपुर से लेकर रसूलपुर मोर्चा तक के तटवर्ती लोगों के चेहरों पर खुशियां छा गई हैं।
अक्टूबर 2017 से घाघरा नदी की लहरों ने रसूलपुर मोर्चा, रसूलपुर आश्रम व सूरजपुर स्थित नाथबाबा मंदिर व रामजानकी मंदिर, ऐतिहासिक धार्मिक स्थल के पास की बहुमूल्य सैकड़ों बीघा कृषि योग्य जमीन भीषण कटान कर अपनी गोद में समाहित कर लिया है। इन ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ इन तटवर्ती गांवों को बचाने के लिए जनपद के तत्कालीन अभियंताओं द्वारा उक्त स्थान पर कुल 800 मीटर में दो स्पर चार स्टड व 200 मीटर लांचिंग अपरन एवं बोल्डर पिचिग हेतु 2420.60 लाख की परियोजना का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। जो तकनीकी सलाहकार समिति से नौ फरवरी 2018 को स्वीकृत होने के बाद टीएसी की बैठक में अनुमोदन के लिए भेजा गया। परियोजना का अनुमोदन पिछले वर्ष तक न होने का जिक्र लोगों ने पिछले वर्ष रसूलपुर आश्रम पर हो रही भीषण कटान का निरीक्षण करने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान व उनके प्रतिनिधि शिवप्रकाश उपाध्याय उर्फ सुब्बी बाबा के समक्ष किया था। इस पर कैबिनेट मंत्री ने ठोस कार्य कराने का आश्वासन दिया था। फरवरी माह में ही परियोजना के लिए 11 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल गई। अधिशासी अभियंता सिचाई विभाग वींरेंद्र पासवान ने बताया कि इस राशि से रसूूलपुर आश्रम से सूरजपुर रामजानकी मंदिर तक 800 मीटर लांचिग अपरन, परशुपाइन स्टाट व रामजानकी मंदिर से नाथबाबा मंदिर तक 200 मीटर पिचिंग का काम कराया जाएगा। बरसात शुरू होने से पहले इसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।